पप्पू यादव, संतोष कुशवाहा…दो धुर विरोधी साथ-साथ, क्या बदल जाएगी सीमांचल की सियासत?
TV9 Bharatvarsh October 27, 2025 09:42 AM

एक पुरानी कहावत है कि राजनीति में कोई परमानेंट दुश्मन नहीं होता. कल तक एक दूसरे के धुर विरोधी आज गलबहियां डाले घूम रहे हैं. कुछ यही हाल सीमांचल के दो कद्दावर नेताओं का है. दोनों सांसद रहे हैं और एक दूसरे के प्रचंड विरोधी भी. वर्तमान में राजनीतिक परिस्थिति कुछ ऐसी बनी है कि दोनों एक साथ खड़े हैं.

टीवी9 भारतवर्ष से खास बातचीत में पूर्णिया के वर्तमान सांसद पप्पू यादव ने पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा के बारे में कहा कि वह उनके बेटे के समान हैं और दोनों मिलकर सीमांचल में एनडीए का सुपड़ा साफ करेंगे. यहां गौरतलब है कि पिछले लोकसभा चुनाव तक पप्पू यादव संतोष कुशवाहा के खिलाफ जनता के बीच प्रचार कर रहे थे.

कैसे करीब आए दोनों नेता?

दरअसल संतोष कुशवाहा पिछले लोकसभा चुनाव तक जेडीयू के टिकट पर पूर्णिया से लगातार दो बार सांसद चुने गए. इससे पहले वह जेडीयू के टिकट पर विधायक भी रह चुके हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पप्पू यादव ने उन्हें पूर्णिया लोकसभा चुनाव में शिकस्त दी. इसके बाद संतोष कुशवाहा ने विधानसभा चुनाव में जेडीयू से विधानसभा के लिए टिकट की गुजारिश की, जिसे उन्होंने नकार दिया.

निर्णय नहीं ले पा रहे नीतीश कुमार

संतोष कुशवाहा ने टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार अब पहले की तरह निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी को तीन लोगों ने मिलकर डूबाने का ठीका ले रखा है. संतोष कुशवाहा ने दावा किया कि आने वाले विधानसभा चुनाव में सीमांचल में एनडीए की हालत पतली हो जाएगी.

‘हम साथ-साथ हैं

पप्पू यादव ने दावा किया कि इस चुनाव में सीमांचल से एनडीए का सफाया हो जाएगा. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का हर उम्मीदवार परिवार की तरह है और कहीं कोई दिक्कत ही नहीं है. उन्होंने कहा कि कुशवाहा आने वाले समय में सीमांचल से अपने समाज के एक बड़े नेता के तौर पर उभरकर सामने आएंगे.

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