यूपी का अब तक का सबसे बड़ा सपना हो रहा है साकार: 80 गांवों को मिलाकर बस रहा है 'न्यू नोएडा', जानिए आपकी ज़मीन पर क्या होगा?

New Noida project latest update : उत्तर प्रदेश की पहचान अब हमेशा के लिए बदलने वाली है। यह अब सिर्फ कस्बों और गांवों का प्रदेश नहीं रहेगा,बल्कि देश के नक्शे पर एक ऐसा अत्याधुनिक शहर बसने जा रहा है,जो आने वाले समय में बड़े-बड़े महानगरों को टक्कर देगा। इस शहर का नाम है-न्यू नोएडा। यह कोई छोटा-मोटा प्रोजेक्ट नहीं,बल्कि80गांवों की जमीन पर बसने वाला एक पूरा शहर है,जिससे न सिर्फ इस क्षेत्र की सूरत बदलेगी,बल्कि16,000किसान परिवारों की किस्मत भी चमकने वाली है।कहां और कैसा होगा यह'न्यू नोएडा'?नोएडा अथॉरिटी इस नए शहर कोDNGIR (दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन)के नाम से विकसित कर रही है। इसके लिए गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर जिले के80गांवों की जमीन को चुना गया है। यानी अब इन गांवों में किसी भी तरह के निर्माण के लिए नोएडा अथॉरिटी से इजाजत लेनी होगी।जल्द शुरू होगा जमीन लेने का कामअथॉरिटी अगले हफ्ते से ही बुलंदशहर और गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करने जा रही है। लेकिन घबराने की बात नहीं है,क्योंकि सरकार का प्लान साफ है - किसानों से जबरदस्ती नहीं,बल्कि आपसी सहमति से जमीन ली जाएगी।मिलेगा बाजार भाव से मुआवजा:किसानों को उनकी जमीन का मौजूदा बाजार दर से मुआवजा दिया जाएगा।'लैंड पूलिंग'का भी विकल्प:जो किसान पैसा नहीं लेना चाहते,उन्हें'लैंड पूलिंग स्कीम'में शामिल होने का मौका मिलेगा। इस स्कीम के तहत किसानों को उनकी जमीन के बदले विकसित शहर में कमर्शियल या रेजिडेंशियल प्लॉट दिया जाएगा।शुरुआती चरण में15गांवों की जमीन ली जाएगी। किसानों से बातचीत करने और उनकी समस्याओं को सुलझाने के लिए जोखाबाद और सांवली गांवों में अस्थायी ऑफिस भी खोले जा रहे हैं।सिर्फ घर नहीं,रोजगार और हरियाली का भी शहरयह शहर सिर्फ कंक्रीट का जंगल नहीं होगा,बल्कि इसे भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर बसाया जा रहा है:उद्योगों का सबसे बड़ा हब:शहर का सबसे बड़ा हिस्सा (8811हेक्टेयर) इंडस्ट्री के लिए होगा,जहां बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां और कंपनियां आएंगी। इससे1लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।रहने के लिए आलीशान जगह:करीब2477हेक्टेयर जमीन पर आवासीय सोसाइटियां और घर बनेंगे।पार्क और हरियाली:शहर में सांस लेने के लिए3173हेक्टेयर से भी ज्यादा जमीन पर पार्क और ग्रीन बेल्ट होगी।चौड़ी सड़कें और बेहतरीन ट्रांसपोर्ट:ट्रैफिक की कोई समस्या न हो,इसके लिए3282हेक्टेयर जमीन सिर्फ सड़कों और ट्रांसपोर्ट सुविधाओं के लिए रखी गई है।कनेक्टिविटी होगी लाजवाबन्यू नोएडा की लोकेशन इसे सबसे खास बनाती है। यह शहर ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और जीटी रोड के पास होगा। इतना ही नहीं,इसे तीन बड़े प्रोजेक्ट्स से जोड़ा जाएगा जो इसकी रीढ़ की हड्डी साबित होंगे:ग्रेटर नोएडा की इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल टाउनशिपबोड़ाकी का मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हबदादरी का मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हबइस नए शहर में लगभग6लाख लोगों के बसने का अनुमान है। यह प्रोजेक्ट सिर्फ एक शहर नहीं,बल्कि उत्तर प्रदेश के विकास का नया इंजन साबित होने वाला है।