Premanand Maharaj : क्या हमें गर्म पानी से नहाना चाहिए? प्रेमानंद महाराज ने दिया ये जवाब
Varsha Saini October 31, 2025 01:45 PM

PC: Saamtv

लोगों की दैनिक जीवनशैली तेज़ी से बदल रही है। लोग दिन के हर काम में आरामदायक तरीके ढूँढने लगे हैं। लोग उन चीज़ों की ओर आकर्षित होने लगे हैं जो उन्हें अपने दैनिक कार्यों में खुशी देती हैं। अब लोग नहाने के लिए गर्म पानी बनाने के लिए गीज़र का इस्तेमाल कर रहे हैं। अब इस गीज़र से पानी कुछ ही मिनटों में गर्म हो जाता है। हालाँकि, प्रेमानंद महाराज ने इस पर टिप्पणी की है कि क्या नहाने के लिए गर्म पानी का इस्तेमाल करना चाहिए।

प्रेमानंद महाराज ने कहा कि अगर आप गर्म पानी से नहाएँगे, तो आप कमज़ोर हो जाएँगे। आपको आराम और सुविधा तो मिलेगी, लेकिन आपकी सहनशक्ति और आंतरिक शक्ति कम हो जाएगी। गर्म पानी शरीर को आराम देता है। लेकिन आपके शरीर की ऊर्जा धीरे-धीरे कम होती जाती है। जब आपको ठंड से डर लगने लगता है, तो आपका तन और मन धीरे-धीरे कमज़ोर होने लगता है।

प्रेमानंद महाराज ने आगे कहा कि, 'व्यक्ति को जीवन में संतुलन बनाए रखना चाहिए। उसे डरकर भागना नहीं चाहिए। जो लोग ठंडे पानी से नहाते हैं, उनका शरीर ठंड का सामना करना सीख जाता है। इससे शरीर में रक्त प्रवाह बेहतर होता है। व्यक्ति मानसिक रूप से भी मज़बूत बनता है। यह शक्ति ब्रह्मचर्य के पालन के लिए आवश्यक है।'

'ब्रह्मचर्य का अर्थ केवल संभोग पर नियंत्रण रखना ही नहीं है, बल्कि अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाना भी है। इससे शरीर मजबूत और मन शांत रहता है। इस समय व्यक्ति अपने दैनिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर सकता है।'

अंत में, प्रेमानंद महाराज ने कहा, 'जो व्यक्ति आराम की अपेक्षा सहनशीलता को अधिक महत्व देता है, वह ब्रह्मचर्य के मार्ग पर अग्रसर होता है। ठंडे जल से स्नान करने से तन और मन दोनों शुद्ध होते हैं। इससे व्यक्ति बलवान बनता है।'

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