Engine Performance Issues Causes: अगर आपकी कार हाल ही में पहले जैसी तेज नहीं भाग रही, एक्सेलेरेशन कम महसूस हो रहा है या पेट्रोल-डीजल-CNG की खपत अचानक बढ़ गई है, तो यह केवल पुरानी होती गाड़ी का असर नहीं है. कई बार छोटी-छोटी मेंटेनेंस की लापरवाही गाड़ी की परफॉर्मेंस को बुरी तरह प्रभावित कर देती है. इन समस्याओं को कुछ आसान और असरदार उपायों से ठीक किया जा सकता है. 10 टिप्स आपकी कार को न सिर्फ फिर से दमदार बना देंगे, बल्कि माइलेज भी पहले जैसा या उससे बेहतर कर देंगे.
एयर फिल्टर: परफॉर्मेंस का पहली डोरगंदा एयर फिल्टर इंजन तक एयर फ्लो कम कम कर देता है, जिससे फ्यूल सही से जल नहीं पाता. इसका सीधा असर माइलेज और पिकअप पर पड़ता है. हर सर्विस शेड्यूल में एयर फिल्टर की सफाई या रिप्लेसमेंट जरूर कराएं.
स्पार्क प्लग की हेल्थ चेकवियर या कार्बन-जमे प्लग फ्यूल को पूरी तरह जलने नहीं देते. सामान्य प्लग 20,000–40,000 किमी में, जबकि इरीडियम प्लग 1 लाख किमी पर बदलना बेहतर है.
थ्रोटल बॉडी क्लीनिंगथ्रोटल बॉडी पर जमा कार्बन एयर इनलेट को बाधित करता है, जिससे इंजन भारी और सुस्त महसूस होता है. इसे समय-समय पर साफ करवाएं.
फ्यूल इंजेक्टर की सफाईब्लॉक इंजेक्टर फ्यूल स्प्रे को प्रभावित कर देते हैं. इससे गाड़ी झटके खाने लगती है और माइलेज गिरता है. इंजेक्टर क्लीनिंग कराना बेहद जरूरी है.
सही टायर प्रेशर, सस्ता माइलेज फार्मूलाकम या ज्यादा हवा माइलेज खराब करते हैं. हर 10 दिन में प्रेशर चेक करना आदत बनाएं.
पेट्रोल/CNG ट्यूनिंग और ECU स्कैनगलत ट्यूनिंग से इंजन लीन या रिच चलता है. ECU स्कैन से सेंसर और ट्यूनिंग की स्थिति पता चलती है
ब्रेक ड्रैग से बचेंफंसे हुए ब्रेक इंजन पर अतिरिक्त लोड डालते हैं. सर्विसिंग के दौरान व्हील फ्री-रोटेशन की जांच करवाना जरूरी है.
इंजन ऑयल समय पर बदलेंपुराना ऑयल मोटा होकर इंजन की फ्री मूवमेंट को रोकता है. इससे माइलेज घटता है और इंजन पर तनाव बढ़ता है.
सेंसर और OBD कोड की मॉनिटरिंगMAF, MAP या O₂ सेंसर खराब होने पर ECU गलत फ्यूल रेशियो भेजता है. इससे गाड़ी भारी महसूस होती है और फ्यूल खर्च बढ़ता है.
स्मार्ट ड्राइविंग हैबिटतेज एक्सेलेरेशन, अचानक ब्रेकिंग और लगातार हाई RPM ड्राइविंग माइलेज को आधा कर देती है. स्मूथ ड्राइविंग आपकी जेब और गाड़ी दोनों के लिए फायदेमंद है.
इन 10 उपायों को फॉलो करने से आपकी गाड़ी न सिर्फ मजबूत और तेज चलेगी, बल्कि ईंधन की बचत भी करेगी. नियमित मेंटेनेंस और सही ड्राइविंग ही लंबी उम्र और बेहतर माइलेज का असली फॉर्मूला है.
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