Jasprit Bumrah (Image credit – Twitter X)
भारत के स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वह टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद गेंदबाजों में से एक हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले दिन उन्होंने 5 विकेट लेकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
लेकिन मैच के बाद जब उनसे वर्कलोड मैनेजमेंट पर सवाल पूछा गया, तो बुमराह ने साफ कहा ये मेरे सवाल नहीं हैं, इसलिए मेरे जवाब भी नहीं होंगे। मैं बस अपनी बॉडी का ध्यान रखता हूं और जितना खेल सकता हूं, खेलता हूं। जसप्रीत बुमराह ने यह बयान ईडन गार्डन्स, कोलकाता में हुए पहले टेस्ट मैच के पोस्ट-म्याच प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया था।
पिछले कुछ समय से बुमराह पर यह आरोप लग रहा था कि वह वर्कलोड मैनेजमेंट के नाम पर मैच चुनकर खेलते हैं। इंग्लैंड टूर के दौरान वह दो टेस्ट नहीं खेले, और इससे आलोचकों ने उनके कमिटमेंट पर सवाल उठाए। लेकिन बुमराह ने इन बातों को नजरअंदाज करते हुए कहा कि वह हर फॉर्मेट में अपनी पूरी कोशिश करते हैं।
ईडन पर धैर्यभरी गेंदबाजी से बुमराह का दबदबाइस टेस्ट में भारत ने पहली बार 2012 के बाद चार स्पिनर खिलाए थे, लेकिन विकेट लेने में सबसे आगे बुमराह ही रहे। ईडन गार्डन्स की सूखी और अनइवन बाउंस वाली पिच पर उनका स्पेल दक्षिण अफ्रीका पर भारी पड़ा।
बुमराह ने कहा कि भारत में तेज गेंदबाजों के लिए 5 विकेट लेना हमेशा खास होता है, क्योंकि ज्यादातर विकेट स्पिनरों के हिस्से जाते हैं। जब भी भारत में ऐसा मौका मिलता है कि आप छोटी स्पेल में बड़ा असर डाल सकें, तो वो यादगार बन जाता है।
दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच एशवेल प्रिंस ने हार की वजह पिच को बताया, लेकिन बुमराह ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की खूबसूरती ही यही है कि हर जगह अलग चुनौती मिलती है इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया या भारत, हर जगह खेल अलग होता है।
उन्होंने अपनी रणनीति बताते हुए कहा कि टेस्ट क्रिकेट में सबसे जरूरी है धैर्य। अगर आप जल्दी विकेट लेने के चक्कर में जादुई गेंद फेंकने की कोशिश करेंगे तो रन ज्यादा मिलेंगे। आपको लगातार सही जगह गेंदबाजी करनी होती है।
शुरुआत में पिच को समझने में उन्हें कुछ ओवर लगे, क्योंकि गेंद कभी नीची रह रही थी और कभी उछल रही थी। लेकिन एक बार सही लेंथ समझ में आ गई, तो उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी को तोड़ दिया।