जोधपुर : राजस्थान के जोधपुर में 17 दिन के नवजात की हत्या उसकी मौसियों द्वारा करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि मौसियों ने अंधविश्वास के चलते नवजात की हत्या कर दी। नवजात के पिता और दादा का आरोप है कि बच्चे की मौसियां उनका भरा – पूरा परिवार देख ईष्र्या करती थी।
पिता का आरोप है कि बच्चे की मां की चार बहनों ने पहले नवजात के हाथ- पांव तोड़े, उसके बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। वहीं पुलिस ने पिता द्वारा एफआइआर दर्ज कराए जाने के बाद जांच शुरू कर दी है और चार आरोपित महिलाओं को हिरासत में लिया है।
मौसी पर हत्या नवजात की हत्या का आरोप
एयरपोर्ट थाना अधिकारी रामकृष्ण ने बताया कि हमें महात्मा गांधी अस्पताल से एक नवजात की हत्या किए जाने को लेकर सूचना मिली थी। मां सुमन और पिता पूनाराम ने नवजात की हत्या का आरोप अपनी बहनों पर लगाया है। पुलिस ने जांच शुरू करते हुए आरोपित चार महिलाएं जोकि नवजात की मौसी हैं, उन्हें हिरासत में लिया है। शहर के नेहरू कालोनी निवासी पूनाराम ने बताया कि उसकी पत्नी सुमन ने गत 24 अक्टूबर को बेटे को जन्म दिया था।
शनिवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे उसके पास सुमन का फोन आया था कि उसकी बहनों रामेश्वरी , ममता गीता और मंजू ने उसके बच्चे को मार दिया है। वह बच्चे के शरीर पर चढ़ कर कूदी भी जिससे नवजात की हड्डियां टूट गईं। पूनाराम ने बताया कि उसने अपने इस दूसरे बेटे का नाम प्रत्यूष रखा था।
ईर्ष्या के कारण मेरे पोते की हत्या कर दी- पूनाराम
पूनाराम का आरोप है कि इसको लेकर उसकी सभी सालियां ईर्ष्या करती थीं। सुमन के परिवार में कुल सात भाई – बहन हैं। जिसमें से पांच बहनों की शादी नहीं हुई है। एक बड़ी बहन की शादी हो रखी है , लेकिन वह भी अपने मायके में रहती है। जबकि सुमन अपने ससुराल में रहती थी। इसको लेकर मायके में ईर्ष्या हो रखी थी। दादा राजूराम का भी आरोप है कि सुमन के घर वालो ने ले ईर्ष्यावश मेरे पोते की हत्या कर दी।
सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल
पूरे मामले में एक वीडियो भी वायरल हुआ है जो की चर्चा का विषय बना हुआ है जिसमें की महिलाएं बच्चों को गोद में लेकर बैठी है और कुछ मंत्र पढ़ रही है चारों तरफ मूंग बिखरे हुए हैं और बहनों ने शरीर पर हल्दी लगाई हुई है। चर्चा यह है कि विवाह के लिए यह एक प्रकार का टोटका किया गया है, जिसमें की एक मासूम की हत्या हो गई।