आईपीएल 2026 की नीलामी जैसे-जैसे करीब आ रही है, फ्रेंचाइजी अपनी लाइन-अप को फिर से व्यवस्थित करने और पिछले सीज़न में सामने आई कमियों को दूर करने के लिए मजबूर होंगी। जिन नामों पर काफी दिलचस्पी दिख सकती है, उनमें से एक हैं रोवमैन पॉवेल। वेस्ट इंडीज के इस विस्फोटक पावर-हिटर ने दुनिया भर की टी20 लीगों में एक बहुमुखी फिनिशर के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
पिछले सीज़न में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) में रोवमैन पॉवेल की भूमिका थोड़ी सीमित रही, और वह अक्सर आंद्रे रसेल की छाया में रहे। उनकी ज़बरदस्त हिटिंग क्षमता, बेहतरीन नेतृत्व और व्यापक अनुभव, उन फ्रेंचाइजी के लिए उन्हें बहुत महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाता है जो अपने निचले मध्य क्रम का पुनर्निर्माण करने की कोशिश कर रही हैं।
⚡ महत्वपूर्ण जानकारी:
नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने IPL 2026 की नीलामी से पहले रोवमैन पॉवेल को रिटेन कर लिया है। इसलिए, वह नीलामी पूल में उपलब्ध नहीं होंगे और फ़िलहाल KKR टीम का हिस्सा बने रहेंगे।
हालाँकि, यदि KKR उन्हें नीलामी से पहले रिलीज़ कर देती, तो इन तीन टीमों द्वारा उन्हें लक्षित किए जाने की संभावना थी, जैसा कि लेख में बताया गया है:
रोवमैन पॉवेल जैसे फिनिशर की उच्च मांग क्यों?
पॉवेल बेहतरीन फॉर्म में हैं। वह कैरेबियन प्रीमियर लीग (CPL) 2025 में बारबाडोस रॉयल्स के लिए टॉप स्कोरर थे, जहाँ उन्होंने 9 पारियों में 48.20 की औसत और 183.96 के अविश्वसनीय स्ट्राइक रेट से 241 रन बनाए। इसके अलावा, वेस्ट इंडीज के लिए अपने हालिया 13 T20I में, उन्होंने एक अर्धशतक सहित 13 पारियों में 156.34 के स्ट्राइक रेट से कुल 308 रन बनाए हैं।
यदि KKR उन्हें रिलीज़ करती, तो निम्नलिखित टीमें उन्हें निशाना बना सकती थीं:
1. लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG)
• LSG की समस्या: पिछले सीज़न में डेविड मिलर अपने पुराने फॉर्म में नहीं लौट पाए, जिससे टीम की बल्लेबाजी में कमी साफ दिखी। मिलर ने 11 मैचों में केवल 153 रन बनाए, जिसका स्ट्राइक रेट 127.49 था—जो एक फिनिशर के लिए बहुत कम है। टीम को अंतिम ओवरों में तेज़ी से रन बनाने की जरूरत थी, जिससे वे 10-15 रन से पीछे रह जाते थे।
• आँकड़े: LSG के पास 16-20 ओवरों में तीसरा सबसे कम स्ट्राइक रेट (166.24) और दूसरा सबसे अधिक विकेट गंवाने का रिकॉर्ड था।
• पॉवेल क्यों फिट होते: रोवमैन पॉवेल एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो उच्च दबाव वाले क्षणों के लिए जीते हैं। 140.95 के करियर T20I स्ट्राइक रेट और बाउंड्री पार करने की सिद्ध क्षमता के साथ, वह LSG की आखिरी मिनट में हिटिंग की ज़रूरत को पूरा करने के लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकते थे। उनका अनुभव अब्दुल समद और आयुष बडोनी जैसे खिलाड़ियों को डेथ-ओवर बल्लेबाजी की रणनीति सिखाने और उन पर से दबाव हटाने में भी मदद करता।
2. गुजरात टाइटंस (GT)
• GT की समस्या: GT का शीर्ष क्रम मज़बूत था (साई सुदर्शन, शुभमन गिल, और जोस बटलर ने अधिकांश रन बनाए), लेकिन सलामी बल्लेबाजों के जल्दी आउट होने पर टीम के पास कोई भरोसेमंद फिनिशर नहीं था।
• आँकड़े: IPL 2025 में सभी टीमों में GT का आखिरी चार ओवरों में चौथा सबसे कम स्ट्राइक रेट (169.64) और सबसे खराब बल्लेबाजी औसत (15.83) था। अच्छी शुरुआत को मैच जीत में बदलने में उनकी विफलता के कारण उन्हें कई मैचों में हार मिली।
• पॉवेल क्यों फिट होते: रोवमैन पॉवेल इस समस्या का जवाब हो सकते थे। वह केवल 15 या 20 गेंदों में 30 या 40 रन बनाने में सक्षम हैं, जिससे GT को आवश्यक विस्फोटक फिनिश मिलती, जिसकी उन्हें पिछले सीज़न में कमी महसूस हुई थी।
3. रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB)
• RCB की समस्या: IPL 2025 का सीज़न लियाम लिविंगस्टोन और RCB के लिए एक बुरा सपना था। लिविंगस्टोन ने 10 मैचों में केवल 112 रन बनाए, जिसका औसत 16 और स्ट्राइक रेट 133.33 था। वह नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए अपनी लय खो चुके थे और स्पिनरों के खिलाफ लाचार दिखते थे।
• पॉवेल क्यों फिट होते: रोवमैन पॉवेल RCB की ज़रूरतों के लिए एक दमदार स्ट्राइकर साबित हो सकते थे, खासकर मध्यम गति के गेंदबाजों के खिलाफ। उनका आगमन टिम डेविड और रोमारियो शेफर्ड से फिनिशर की भूमिका का बोझ कम कर सकता था। पावर-हिटिंग के अलावा, ज़रूरत पड़ने पर एंकर की भूमिका निभाने की उनकी क्षमता RCB की लंबे समय से चली आ रही मध्य क्रम की समस्याओं को समाप्त कर सकती थी। साथ ही, पॉवेल की कभी-कभार मध्यम गति की गेंदबाजी और वेस्ट इंडीज टी20 कप्तान होने का अनुभव RCB के स्क्वाड को और गहरा और लचीला बनाता।