भारत में टेस्ला की बिक्री में कमी, लेकिन भविष्य की रणनीति पर ध्यान
newzfatafat November 28, 2025 05:42 AM

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की चर्चा बढ़ रही है, लेकिन टेस्ला की बिक्री उम्मीद के अनुसार नहीं बढ़ी है। हाल ही में, कंपनी ने गुरुग्राम में अपना सबसे बड़ा सेल्स और सर्विस सेंटर खोला है, जिसमें शोरूम, चार्जिंग पॉइंट और आफ्टर-सेल्स सर्विस एक ही स्थान पर उपलब्ध हैं.


कम बिक्री के कारण

जुलाई में भारतीय बाजार में प्रवेश करने के बाद, टेस्ला ने केवल सौ से कुछ अधिक कारें बेची हैं। रिपोर्टों के अनुसार, कंपनी को लगभग 600 बुकिंग मिली थीं, लेकिन इनमें से बहुत कम बिक्री में परिवर्तित हो पाईं। इसी प्रीमियम सेगमेंट में बीएमडब्ल्यू, मर्सिडीज़ और BYD जैसी कंपनियों ने त्योहारी मांग और टैक्स में कटौती के चलते बेहतर बिक्री की है.


कंपनी की रणनीति

टेस्ला के करीबी सूत्रों ने बताया कि कंपनी भारत में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए तीन चरणों की रणनीति पर काम कर रही है। इसमें ईवी को अपनाने की गति बढ़ाना, बड़े पैमाने पर चार्जिंग स्टेशन स्थापित करना और ग्राहक अनुभव में सुधार करना शामिल है. कंपनी ने यह भी माना है कि उच्च टैक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों की धीमी स्वीकृति भारत में बड़ी चुनौतियाँ हैं.


कारों की रखरखाव और लागत

टेस्ला इंडिया के प्रमुख शरद अग्रवाल ने कहा कि कंपनी की कारों का रखरखाव मुख्य रूप से रिमोट और सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से किया जाता है, जिससे लागत कम होती है। उन्होंने बताया कि घर पर चार्जिंग की लागत पेट्रोल की तुलना में लगभग दस गुना कम है, और ग्राहक चार साल में लगभग 20 लाख रुपये तक बचा सकते हैं, जो मॉडल Y की कीमत का लगभग एक-तिहाई है.


भविष्य की संभावनाएँ

विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला की बिक्री भले ही अभी कम है, लेकिन यह कंपनी की प्रारंभिक रणनीति का हिस्सा है। उनका कहना है कि कंपनी धीरे-धीरे बाजार को समझते हुए आगे बढ़ रही है, जिससे भविष्य में बिक्री में सुधार की संभावना है.


इलेक्ट्रिक वाहनों की स्थिति

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की हिस्सेदारी कुल यात्री वाहन बाजार का लगभग 3% है, और देशभर में केवल 25,000 चार्जिंग स्टेशन हैं। टेस्ला का कहना है कि उसकी गाड़ियां घर पर भी चार्ज हो सकती हैं और एक घंटे में लगभग 70 किलोमीटर की रेंज मिलती है. कंपनी सुपरचार्जर नेटवर्क को बढ़ाने पर भी ध्यान दे रही है, जिससे 15 मिनट में लगभग 170 मील की रेंज मिल सके.


वैश्विक चुनौतियाँ

दुनिया भर में बिक्री में कमी के कारण, कंपनी को अमेरिका, चीन और यूरोप जैसे बड़े बाजारों में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सितंबर तक की तिमाही में कंपनी की आमदनी रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची, लेकिन मुनाफा 37% गिर गया, जिसका कारण बढ़ते आयात शुल्क और रिसर्च खर्च हैं.


स्थानीय निर्माण पर रुचि

भारत सरकार ने पिछले साल ग्लोबल ईवी निर्माताओं को आकर्षित करने के लिए कई प्रोत्साहन दिए थे, लेकिन एलन मस्क अभी भी भारत में स्थानीय निर्माण में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे हैं और आयात-आधारित रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं.


भविष्य की उम्मीदें

इन सभी कारणों के बावजूद, टेस्ला की भारत में धीमी शुरुआत जारी है। कंपनी का मानना है कि जैसे-जैसे चार्जिंग ढांचा और ग्राहक सुविधा में सुधार होगा, बाजार में गति बढ़ेगी और भविष्य में बिक्री में सुधार देखने को मिलेगा.


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