ब्लड शुगर का सामान्य लेवल
खाने से पहले आपका फास्टिंग ब्लड शुगर 80 से 100 mgdL रहना सही है और खाने के बाद 120 से 140 mgdL रहना चाहिए। लेकिन अगर यह फास्टिंग शुगर 125 mgdL और खाने के बाद 200 mgdL से ज्यादा हो जाता है तो डायबिटीज मान ली जाती है।
शुगर मैनेज करने के लिए इंसुलिन प्लांट
हमारा पैंक्रियाज इंसुलिन हॉर्मोन बनाता है। यह खून में मौजूद ग्लूकोज को बढ़ने से रोकता है और एनर्जी के लिए इस्तेमाल करवाता है। डायबिटीज के गंभीर मरीजों को भी इंसुलिन के इंजेक्शन लगाए जाते हैं। इस पौधे के फायदे और असर की वजह से इसे इंसुलिन प्लांट कहा जाता है। जिसका साइंटिफिक नाम कॉस्टस इग्नियस है।
शुगर की जबरदस्त दवा
एनसीबीआई के शोध के मुताबिक इंसुलिन प्लांट को डायबिटीज के डाइटरी ट्रीटमेंट के तौर पर देखा जाता है। इसके हर हिस्से में एंटी डायबिटिक प्रोपर्टी होती हैं। इसके अलावा हाइपोलिपिडिमिक, ड्यूरेटिक, एंटीऑक्सीडेंट भी मिलते हैं। इसके पत्ते चबाकर खा सकते हैं, इसकी हर्बल टी बनाकर पी सकते हैं और पीसकर चूर्ण भी बना सकते हैं।
किडनी भी रहेगी हेल्दी
अगर आपको डायबिटीज या किसी भी समस्या से किडनी खराब होने का डर सता रहा है तो यह पत्ते उसमें भी मदद कर सकते हैं। कई शोध मानते हैं कि इनमें किडनी को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाने की क्षमता होती है।
सावधानी है जरूरी
इस पौधे में शुगर कम करने की क्षमता होती है। लेकिन डायबिटीज की दवाओं और इंसुलिन ले रहे लोग इसका सेवन ना करें। इससे शुगर बहुत कम हो सकता है और साथ में चक्कर, मतली, पेट खराब की शिकायत भी हो सकती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। NH इसकी सत्यता, सटीकता और असर की जिम्मेदारी नहीं लेता है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।