पूर्वांचल को लंबे समय से औद्योगिक रूप से कमजोर क्षेत्र माना जाता रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में नए औद्योगिक ढांचे को लेकर गतिविधियां तेज हुई हैं। इसी क्रम में गोरखपुर के दक्षिणांचल में विकसित की जा रही धुरियापार इंडस्ट्रियल टाउनशिप पर काम गति पकड़ रहा है, जिसे क्षेत्र के लिए एक संभावित औद्योगिक केंद्र के रूप में देखा जा रहा है।
लगभग 6876 एकड़ क्षेत्र में विकसित की जा रही यह टाउनशिप 17 ग्रामों में फैली है और इसे पूर्वांचल के सबसे बड़े संभावित औद्योगिक लैंड बैंक के रूप में माना जा रहा है। पहले चरण में गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) ने करीब 800 एकड़ भूमि का अधिग्रहण कर उसे उद्योगों के अनुरूप विकसित करना शुरू किया है।
टाउनशिप के सेक्टर एस-5 में दो बड़े निवेशकों को भूमि आवंटन भी किया गया है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार, अंबुजा सीमेंट के लिए 46.63 एकड़ और श्रेयश डिस्टिलरी-एनर्जी लिमिटेड के लिए 60.48 एकड़ भूमि स्वीकृत की गई है। इन परियोजनाओं से लगभग 4200 करोड़ रुपये का निवेश और करीब 6500 रोजगार अवसर आने का अनुमान है।
इसके अतिरिक्त, रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने लगभग 50 एकड़ भूमि को अपनी संभावित इकाई के लिए पसंद किया है, जहां कैंपा कोला ब्रांड से जुड़ी उत्पादन इकाई स्थापित करने की योजना है। अन्य कई निवेशकों द्वारा भी भूमि के निरीक्षण की प्रक्रिया जारी है।
धुरियापार में विकसित हो रहा यह नया औद्योगिक क्षेत्र दक्षिणांचल में आर्थिक गतिशीलता ला सकता है। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की उपलब्ध कनेक्टिविटी को इस परियोजना की मुख्य विशेषताओं में गिना जा रहा है, क्योंकि इससे परिवहन और लॉजिस्टिक्स की सुविधा बढ़ेगी।
स्थानीय स्तर पर इसे क्षेत्र के विकास, रोजगार वृद्धि और औद्योगिक गतिविधियों के विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। टाउनशिप के आकार लेने के साथ दक्षिणांचल के भूभाग, जिसे अब तक अपेक्षाकृत पिछड़ा क्षेत्र माना जाता था, के लिए नए अवसर खुलने की उम्मीद जताई जा रही है।