आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में हृदय रोग उपचार सेवाओं में हाल के महीनों में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले लगभग 10 महीनों में संस्थान में 850 से अधिक जटिल कार्डियक प्रक्रियाएं की गईं, जिनमें एंजियोग्राफी, एंजियोप्लास्टी, पेसमेकर प्रत्यारोपण, बैलून माइट्रल वाल्वोटोमी और रीनल स्टेंटिंग जैसी महत्वपूर्ण चिकित्सा हस्तक्षेप शामिल हैं। यह उपलब्धि इस सरकारी संस्थान की क्षमता और मरीजों की बढ़ती संख्या को संभालने की तैयारी को दर्शाती है।
चिकित्सकों का कहना है कि सुपर स्पेशलिटी विंग को आधुनिक उपकरणों और अत्याधुनिक कैथ लैब से सुसज्जित किए जाने के बाद जटिल हृदय प्रक्रियाओं की संख्या और गुणवत्ता में सुधार हुआ है। विभागाध्यक्षों के अनुसार, फिलिप्स की 'अज़ूरियन 7 एम सीरीज़' जैसी उन्नत मशीनें उपचार में अधिक परिशुद्धता और सुरक्षा प्रदान कर रही हैं। इससे उन मरीजों को भी राहत मिली है, जिन्हें पहले बड़े शहरों या निजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता था।
कम लागत पर उपलब्ध उपचार सेवाएं इस अस्पताल की लोकप्रियता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कई मरीजों ने बताया कि निजी अस्पतालों में जहां उपचार का अनुमान लाखों रुपये तक पहुंच जाता है, वहीं यहां कई प्रक्रियाएं बेहद कम खर्च पर या पात्रता अनुसार निशुल्क कराई जा रही हैं। इससे आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को बड़ा लाभ हुआ है।
मरीजों के अनुभव भी इस बदलाव को उजागर करते हैं। कुछ मरीजों ने बताया कि उन्हें लगा था कि गंभीर स्थितियों में उन्हें दिल्ली या अन्य महानगरों में जाना पड़ेगा, लेकिन उन्हें स्थानीय स्तर पर ही समय पर उपचार मिल सका और वे स्वस्थ होकर घर लौट पाए।
बेहतर सुविधाओं और बढ़ते भरोसे के चलते आगरा के अलावा मथुरा, फिरोजाबाद, एटा सहित आसपास के जिलों और पड़ोसी राज्यों से भी मरीज संस्थान का रुख कर रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सेवाओं का यह विस्तार एसएन मेडिकल कॉलेज को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उभरते हुए कार्डियक उपचार केंद्र के रूप में स्थापित कर रहा है।
यह प्रगति उन प्रयासों को दर्शाती है जिनके तहत सरकारी चिकित्सा संस्थानों में बुनियादी सुविधाओं को मजबूत किया जा रहा है, ताकि गंभीर रोगों का उपचार अधिक सुलभ और किफायती बन सके।