News India Live, Digital Desk: बिहार की राजनीति और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के कार्यकर्ताओं के लिए आज का दिन थोड़ा भारी रहा। आज पटना में पार्टी का स्थापना दिवस (Foundation Day) मनाया जा रहा है। बापू सभागार से लेकर पूरे पटना की सड़कों को पोस्टरों और बैनरों से पाट दिया गया था। हर किसी की जुबान पर बस एक ही बात थी— "चिराग भैया आने वाले हैं।"लेकिन ऐन वक्त पर एक ऐसी खबर आई जिसने हजारों समर्थकों को निराश कर दिया। पार्टी के सुप्रीमो और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) पटना नहीं आ पाए।एयरपोर्ट तक पहुंच गए थे, फिर क्या हुआ?खबर है कि चिराग पासवान आज सुबह अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक पटना आने के लिए घर से निकले थे। वो दिल्ली एयरपोर्ट पहुंच भी गए थे और फ्लाइट पकड़ने ही वाले थे। लेकिन अचानक एयरपोर्ट पर ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें इतनी बेचैनी महसूस हुई कि सफर करना मुमकिन नहीं लगा।आनन-फानन में फैसला लिया गया कि वो पटना नहीं जाएंगे। वो एयरपोर्ट से सीधे अपने दिल्ली आवास वापस लौट गए।डॉक्टर्स ने दी आराम की सलाहघर लौटने के बाद डॉक्टर्स ने उनकी जांच की और उन्हें सख्त आराम (Bed Rest) करने की सलाह दी है। सफर करने से उनकी तबीयत और खराब हो सकती थी, इसलिए उन्होंने अपनी हेल्थ को प्राथमिकता दी।पटना में मायूसी, पर जोश बरकरारइधर पटना के बापू सभागार में हज़ारों कार्यकर्ता अपने नेता की एक झलक पाने को बेताब थे। जब मंच से यह ऐलान किया गया कि "राष्ट्रीय अध्यक्ष जी की तबीयत नासाज होने के कारण वो आज हमारे बीच नहीं आ पा रहे," तो वहां सन्नाटा पसर गया। समर्थकों के चेहरे लटक गए।हालांकि, चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं का हौसला नहीं टूटने दिया। भले ही वो शरीर से वहां मौजूद नहीं थे, लेकिन उनका संदेश वहां गूंज रहा था। पार्टी के बाकी वरिष्ठ नेताओं ने मोर्चा संभाला और स्थापना दिवस के कार्यक्रम को आगे बढ़ाया।राजनीति में ऐसे मौके कम ही आते हैं जब इतना बड़ा नेता अपने ही सबसे बड़े कार्यक्रम से दूर रह जाए। समर्थक अब बस यही दुआ कर रहे हैं कि उनके नेता जल्द स्वस्थ होकर वापस मैदान में लौटें, क्योंकि बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव (Bihar Election) की बिसात बिछने वाली है और चिराग की दहाड़ के बिना सब सूना है।