अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस: प्रधानमंत्री मोदी ने वन्यजीव प्रेमियों को दी बधाई, बोले- आज भारत कई चीतों का घर
Samachar Nama Hindi December 04, 2025 03:44 PM

नई दिल्ली, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस' के मौके पर कहा कि तीन साल पहले शुरू किए गए 'प्रोजेक्ट चीता' का उद्देश्य इस शानदार प्रजाति की रक्षा करना और उस पारिस्थितिकी तंत्र को पुनर्जन्म देना है जिसमें चीता वाकई फल-फूल सके। पीएम ने गर्व करते हुए कहा कि आज भारत कई चीतों का घर है और इनमें से काफी संख्या भारतीय धरती पर ही जन्मे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को 'अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस' पर देश-विदेश के सभी वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी।

उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "अंतरराष्ट्रीय चीता दिवस के अवसर पर, मैं सभी वन्यजीव प्रेमियों और उन संरक्षणकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं, जो इस ग्रह के सबसे अद्भुत जीवों में से एक, चीता की रक्षा के लिए समर्पित हैं। तीन साल पहले हमारी सरकार ने इस शानदार प्राणी की सुरक्षा और उस इकोसिस्टम को पुनर्जन्म देने के मकसद से 'प्रोजेक्ट चीता' शुरू किया था, जिसमें वह वास्तव में फल-फूल सके। यह खोई हुई पर्यावरणीय विरासत को पुनर्जीवित करने और हमारी जैव-विविधता को मजबूत करने का भी प्रयास था।"

उन्होंने आगे लिखा, "भारत को गर्व है कि वह कई चीतों का घर है और उनमें से बड़ी संख्या में चीते भारतीय धरती पर पैदा हुए हैं। उनमें से कई अब कूनो नेशनल पार्क और गांधी सागर सेंचुरी में फल-फूल रहे हैं।" अपनी खुशी व्यक्त करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'चीता टूरिज्म' भी पॉपुलर हो रहा है।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने दुनिया भर के अधिक-से-अधिक वन्यजीव प्रेमियों को भारत आने और चीते की पूरी भव्यता को निहारने के लिए आमंत्रित किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने 'एक्स' पोस्ट में लिखा, "चीता संरक्षण में हमारी प्रगति हमारे लोगों, खासकर हमारे समर्पित चीता मित्रों के सामूहिक सहयोग से ही संभव हो पाई है। वन्यजीवों की रक्षा करना और प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर रहना भारत की सभ्यता का अहम हिस्सा है और हम आज इन कोशिशों में वही भावना देखते हैं।"

--आईएएनएस

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