भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 16 दिसंबर को होने वाले IPL ऑक्शन से ठीक पहले एक बड़ा फैसला लिया है. BCCI ने 9 दिसंबर को ऑक्शन के लिए 350 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी की थी लेकिन उसके बाद इसमें कुछ खिलाड़ियों के नाम शामिल किए थे. मगर इन खिलाड़ियों को एक बार फिर ऑक्शन की रेस से बाहर कर दिया गया है. इसमें एक खास नाम स्वास्तिक चिकारा का है, जो पिछले साल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा थे, जबकि झारखंड के स्टार बल्लेबाज विराट सिंह और त्रिपुरा के धाकड़ ऑलराउंडर मणि शंकर मूरासिंह के नाम भी काट दिए गए हैं.
क्रिकेटनेक्स्ट की एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि ऑक्शन के लिए 350 खिलाड़ियों की लिस्ट जारी होने के बाद भी BCCI ने 9 नाम इसमें शामिल किए थे. इसमें घरेलू क्रिकेट में अपना जलवा दिखा रहे मणि शंकर मूरासिंह की काफी चर्चा हो रही थी, जिन्हें शुरुआती लिस्ट में जगह नहीं मिली थी. मगर ऑक्शन से 3 दिन पहले ही इन 9 खिलाड़ियों के नाम एक बार फिर IPL की वेबसाइट में ऑक्शन वाले खिलाड़ियों की लिस्ट से गायब हो गए हैं.
इन खिलाड़ियों का कटा पत्ताऑक्शन की लिस्ट से बाहर होने वाले खिलाड़ियों में 6 भारत के घरेलू क्रिकेटर हैं, जबकि 3 विदेशी खिलाड़ी हैं, जो अपने-अपने देश के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेल चुके हैं. बाहर होने वाले 6 भारतीय खिलाड़ी हैं- विराट सिंह, स्वास्तिक चिकारा, मणि शंकर मूरासिंह, चामा मिलिंद, केएल श्रीजित, राहुल राज नमाला. वहीं ये 3 विदेशी खिलाड़ी बाहर हुए हैं- विरनदीप सिंह (मलेशिया), क्रिस ग्रीन (ऑस्ट्रेलिया) और ईथन बॉश (साउथ अफ्रीका). अब इन सबको क्यों बाहर किया गया है, फिलहाल इसकी कोई वजह सामने नहीं आई है.
कितने खिलाड़ियों पर लगेगी बोली?जहां तक आईपीएल ऑक्शन की बात है तो 16 दिसंबर को अबू धाबी के एतिहाद एरीना में इसका आयोजन होगा. मंगलवार दोपहर ढाई बजे (भारतीय समयानुसार) से इसकी शुरुआत होगी और कुल 350 खिलाड़ियों की किस्मत दांव पर होगी. हालांकि सभी खिलाड़ियों पर बोली नहीं लगेगी. वहीं कुल 77 खिलाड़ियों के स्लॉट भरे जाने हैं. हालांकि, हमेशा की तरह इस बार भी सभी स्लॉट भरे जाने की उम्मीद कम ही है.
इसकी वजह BCCI का नियम है, जिसके मुताबिक ज्यादा से ज्याद 25 खिलाड़ियों का स्क्वॉड तैयार किया जा सकता है, जबकि कम से कम हर टीम में 18 खिलाड़ी होने चाहिए. ऐसे में कई फ्रेंचाइजी 20 या 21 खिलाड़ियों पर ही अपना पूरा बजट खत्म कर देते हैं, जिसके चलते कभी भी पूरे स्लॉट नहीं भरे जाते.