कौन हैं मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी, जो ईश्वर के अस्तित्व पर जावेद अख़्तर से भिड़ने के बाद चर्चा में हैं?
TV9 Bharatvarsh December 22, 2025 01:42 PM

Javed Akhtar vs Mufti Shamail Nadwi: गीतकार जावेद अख्तर और मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी के बीच ईश्वर के अस्तित्व को लेकर एक यूट्यूब चैनल पर डिबेट सुर्खियों में है. जिसमें मशहूर गीतकार जावेद अख्तर और एक युवा इस्लामिक स्कॉलर के बीच तीखी बहस हो रही है. जिसमें बहस का मुद्दा है, क्या ईश्वर का अस्तित्व है? मुफ्ती शमाइल ने तर्क दिया कि यदि कोई घड़ी बिना बनाने वाले के नहीं बन सकती, तो यह इतनी जटिल कायनात (ब्रह्मांड) बिना किसी रचयिता के कैसे अस्तित्व में आ सकती है? इस चर्चा के बाद हर कोई जानना चाहता है कि आखिर ये मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी कौन हैं, जो ईश्वर के अस्तित्व को लेकर अपनी दलीलों से अचानक सुर्खियों में आ गए?

मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी कौन हैं?

मौलाना मुफ्ती शमाइल नदवी एक इस्लामिक स्कॉलर, वक्ता और धर्मगुरु हैं. वे मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं. एक धार्मिक परिवार में जन्मे शमाइल का झुकाव बचपन से ही धर्म और दर्शन की ओर रहा है. वे न केवल एक मौलाना हैं, बल्कि एक प्रभावशाली वक्ता भी हैं जो युवाओं की भाषा में बात करना जानते हैं. उनका ताल्लुक नदवा-ए-उलेमा की परंपरा से माना जाता है, जो भारत की प्रतिष्ठित इस्लामिक शिक्षण संस्थाओं में गिनी जाती है.

एक प्रभावशाली वक्ता के रूप में पहचान

मुफ्ती शमाइल नदवी को एक प्रभावी और संतुलित वक्ता माना जाता है. उनके भाषणों की खासियत यह है कि वे कठिन धार्मिक विषयों को भी सरल भाषा में प्रस्तुत करते हैं.

शिक्षा और संस्था

मुफ्ती शमाइल नदवी ने इस्लामिक धर्मग्रंथों का गहन अध्ययन किया है, वह धार्मिक मुद्दों पर तार्किक और शास्त्रीय तर्कों के लिए जाने जाते हैं. वह अकसर ईश्वर, आस्था, नैतिकता और आधुनिक चुनौतियों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं. उन्होंने अपनी प्रारंभिक और उच्च इस्लामी शिक्षा भारत के प्रसिद्ध संस्थान दारुल उलूम नदवतुल उलेमा (लखनऊ) से पूरी की है. यहां से स्नातक करने वाले छात्रों को नदवी कहा जाता है.

विशेषज्ञता

उन्हें इस्लामी धर्मशास्त्र, कुरान, हदीस और फ़िक़्ह (इस्लामी कानून) का गहरा ज्ञान है. वे अपने संतुलित विचारों और तार्किक शोध के लिए जाने जाते हैं.

संस्थापक

वे मरकज़-अल-वहयैन नामक एक ऑनलाइन शैक्षिक संस्थान के संस्थापक और प्रधानाचार्य हैं. इसके अलावा, उन्होंने 2024 में वहयैन फाउंडेशन नामक एक धर्मार्थ ट्रस्ट की भी स्थापना की है.

वक्ता और धर्मगुरु

वे एक लोकप्रिय वक्ता हैं जो यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से इस्लामी शिक्षाओं का प्रचार करते हैं. जहां वे अक्सर नास्तिकत, विज्ञान और इस्लाम जैसे विषयों पर तुलनात्मक चर्चा करते हैं. युवाओं के बीच उनकी पकड़ काफी मजबूत मानी जाती है क्योंकि वह अपनी बात को स्पष्ट और सटीक रूप से प्रस्तुत करते हैं.

पहले भी चर्चा में रहे हैं मुफ्ती शमाइल नदवी

यह पहली बार नहीं है जब मुफ्ती शमाइल नदवी चर्चा में आए हों. इससे पहले भी वे धार्मिक सवालों पर बेबाक राय आधुनिक समाज और आस्था के टकराव और इस्लाम से जुड़े विवादित मुद्दों पर अपनी बात रखने के कारण सुर्खियों में रहे हैं.

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