नई दिल्ली : लंबी ट्रेन यात्राएं अपने आप में एक अनोखा अनुभव होती हैं। खिड़की से दिखने वाले बदलते दृश्य, विभिन्न राज्यों की झलक और रास्ते में मिलने वाले लोग, यात्रा को यादगार बना देते हैं। इसी तरह का रोमांचक अनुभव प्रदान करती है भारतीय रेलवे की विवेक एक्सप्रेस।
भारत का सबसे लंबा ट्रेन रूट
यह ट्रेन असम के डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी तक जाती है, जो लगभग 4200 किलोमीटर की दूरी को करीब 75 घंटों में तय करती है। विवेक एक्सप्रेस नौ राज्यों और 50 से अधिक स्टेशनों से गुजरती है, जिससे यह यात्रा अपने आप में एक अनोखा अनुभव बन जाती है।
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यात्रा का आरंभ और मार्ग
विवेक एक्सप्रेस की यात्रा असम के डिब्रूगढ़ से शुरू होती है। यह ट्रेन नई तिनसुकिया, सिमलुगुरी, मरियानी, फुरकाटिंग, गुवाहाटी और कोकराझार जैसे शहरों से होकर गुजरती है। इसके बाद यह नागालैंड के दीमापुर से होते हुए पश्चिम बंगाल और बिहार में प्रवेश करती है। जलपाईगुड़ी, मालदा टाउन, रामपुरहाट, बर्दवान और खड़गपुर होते हुए ट्रेन ओडिशा में प्रवेश करती है।
ओडिशा के बाद आंध्र प्रदेश में एंट्री
ओडिशा के रास्तों के बाद यह आंध्र प्रदेश के तटीय शहरों जैसे विजियानगरम, विशाखापट्टनम, राजमुंदरी, विजयवाड़ा और नेल्लोर से होकर गुजरती है। इसके बाद यह तमिलनाडु और केरल के खूबसूरत शहरों जैसे कोयंबटूर, त्रिशूर, एर्नाकुलम, कोट्टायम, कोल्लम और तिरुवनंतपुरम से होती हुई कन्याकुमारी में अपनी यात्रा समाप्त करती है।
2011-12 के रेलवे बजट में शुरू किया गया
विवेक एक्सप्रेस को 2011-12 के रेलवे बजट में शुरू किया गया था। इसे स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती के अवसर पर चलाया गया था। डिब्रूगढ़ से कन्याकुमारी जाते समय इसका ट्रेन नंबर 15906/22504 और वापसी में 22503/15905 होता है। इसकी फ्रीक्वेंसी भी बढ़ा दी गई है और अब यह हफ्ते में चार दिन चलती है: मंगलवार, गुरुवार, शनिवार और रविवार। यह ट्रेन लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए सुविधाजनक और समयबद्ध सेवा प्रदान करती है।
यात्रा के लिए टिप्स
लंबी दूरी के कारण टिकट जल्दी भर जाते हैं, इसलिए एडवांस बुकिंग जरूरी है। खानपान के लिए ट्रेन में पैंट्री कार और ई-कैटरिंग सुविधा उपलब्ध है, लेकिन यात्रा में कुछ सूखा नाश्ता और पानी साथ रखना लाभकारी रहेगा। सफाई के लिए सैनिटाइजर, वेट वाइप्स और एंटीसेप्टिक साथ रखना चाहिए। सुरक्षा के लिहाज से अपने कीमती सामान पर नजर रखना महत्वपूर्ण है, खासकर स्लीपर क्लास में यात्रा करते समय।
विवेक एक्सप्रेस न केवल एक लंबी दूरी की ट्रेन है, बल्कि यह भारतीय रेलवे की अद्वितीय सेवाओं और देश के विभिन्न सांस्कृतिक और भौगोलिक पहलुओं का अनुभव कराने वाली एक यात्रा भी है। इस सफर में बदलते नज़ारे, विविधतापूर्ण भाषा और भोजन के अनुभव इसे एक अविस्मरणीय यात्रा बनाते हैं।