सर्दियों के हैक्स: ठंड का मौसम न केवल ठंडक लाता है, बल्कि फैशन का भी आनंद देता है। स्वेटर, कोट, जैकेट और शॉल जैसे ऊनी कपड़े न केवल आपको गर्म रखते हैं, बल्कि आपके लुक को भी आकर्षक बनाते हैं। हालांकि, जब ये कपड़े एक सीज़न के बाद अलमारी से बाहर आते हैं, तो अक्सर उन पर छोटे-छोटे रोएं दिखाई देते हैं, जो उनकी सुंदरता को कम कर देते हैं।
महंगे ऊनी कपड़ों पर रोएं आना एक आम समस्या है। इस स्थिति में यह जानना जरूरी है कि स्वेटर और कोट पर रोएं क्यों बनते हैं और इन्हें लंबे समय तक कैसे नया रखा जाए। यदि आप अपने ऊनी कपड़ों की उम्र बढ़ाना चाहते हैं, तो इन सर्दियों के हैक्स को अपनाना न भूलें।
जब ऊनी कपड़े आपस में या किसी अन्य सतह जैसे बैग, जैकेट या सीट से रगड़ खाते हैं, तो उनके रेशे टूटकर छोटे गोलों में बदल जाते हैं। इसे वैज्ञानिक रूप से 'पिलिंग' कहा जाता है। खराब गुणवत्ता की ऊन, ढीली बुनाई और अधिक घर्षण के कारण रोएं जल्दी बनते हैं।
इसके अलावा, गर्म पानी से धोना, तेज डिटर्जेंट का उपयोग, वॉशिंग मशीन में अधिक कपड़े डालना और रात में गर्म कपड़े पहनकर सोना भी रेशों को कमजोर करता है, जिससे पिलिंग की समस्या बढ़ जाती है।
सर्दियों के कपड़े नाजुक होते हैं, इसलिए उनकी देखभाल विशेष तरीके से करनी चाहिए। कुछ सही आदतें अपनाकर आप अपने स्वेटर और कोट को लंबे समय तक नया रख सकते हैं।