इंग्लैंड का यह गांव अनोखा हैImage Credit source: Pixabay (प्रतीकात्मक तस्वीर)
दुनिया में कुछ स्थान ऐसे होते हैं, जिनकी कहानी सुनकर विश्वास करना कठिन हो जाता है। ये स्थान समय के प्रवाह में नहीं बहते, बल्कि एक निश्चित समय में ठहर जाते हैं। इंग्लैंड में एक ऐसा ही गांव है, जिसका नाम टाइनहैम है, जो डॉर्सेट काउंटी में स्थित है। यहां ऐसा लगता है जैसे समय ने अपनी गति रोक ली हो और सब कुछ बीसवीं सदी की शुरुआत में ठहर गया हो।
गांव की संकरी गलियां, पत्थर के घर, पुराने चौराहे और लैंपपोस्ट आज भी उसी रूप में खड़े हैं, जैसे वे कई दशकों पहले थे। यहां आने वाला हर व्यक्ति एक पल के लिए महसूस करता है कि वह आधुनिकता से कटकर अतीत में पहुंच गया है। टाइनहैम कोई साधारण गांव नहीं है, बल्कि यह ब्रिटिश इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो आज भी अतीत की कहानी बयां करता है।
टाइनहैम कभी एक जीवंत और खुशहाल गांव हुआ करता था। यहां परिवार रहते थे, बच्चे खेलते थे और लोग एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। लेकिन द्वितीय विश्व युद्ध ने इस गांव की किस्मत को हमेशा के लिए बदल दिया। 1943 में, ब्रिटिश सेना ने युद्ध की आवश्यकताओं के कारण इस गांव को अपने कब्जे में लेने का निर्णय लिया। गांव के पास लुलवर्थ फायरिंग रेंज थी, जिससे यह क्षेत्र सैन्य प्रशिक्षण के लिए महत्वपूर्ण माना गया।
सरकार के आदेश पर टाइनहैम के सभी निवासियों को गांव खाली करने के लिए कहा गया। यह निर्णय आसान नहीं था। सैकड़ों लोगों को अपने घर, अपनी ज़मीन और अपनी यादें छोड़नी पड़ीं। लोगों ने भारी मन से यह कदम उठाया, लेकिन इसे देशहित में बलिदान माना। गांव छोड़ते समय अधिकांश लोगों को उम्मीद थी कि युद्ध समाप्त होने के बाद वे वापस लौट सकेंगे।
हालांकि, युद्ध समाप्त होने के बाद स्थिति वैसी नहीं रही जैसी गांव वालों ने सोची थी। युद्ध के बाद भी टाइनहैम और इसके आस-पास की भूमि को सेना के प्रशिक्षण के लिए उपयोग किया जाता रहा। इसी कारण गांव के पुराने निवासियों को कभी लौटने की अनुमति नहीं मिली। धीरे-धीरे यह गांव सुनसान हो गया और यहां जीवन थम सा गया। आज टाइनहैम एक निर्जन गांव है, जहां सन्नाटा पसरा रहता है। यहां की खाली सड़कें, टूटे मकान और खामोश माहौल उन लोगों की याद दिलाते हैं, जिन्होंने कभी यहां अपनी पूरी जिंदगी बिताई थी।
करीब 80 साल बीत जाने के बाद भी टाइनहैम उस पल को संजोए हुए है, जब गांव को अचानक खाली करा दिया गया था। यह स्थान आज पर्यटकों के लिए खुला रहता है और लोग यहां आकर इतिहास को करीब से महसूस करते हैं। टाइनहैम हमें यह याद दिलाता है कि युद्ध केवल सीमाओं पर नहीं लड़ा जाता, बल्कि इसका गहरा असर आम लोगों की जिंदगी पर भी पड़ता है।
टाइनहैम गांव आज भी अपने अतीत को संजोए हुए है। यह एक ऐसी जगह है, जहां खामोशी बोलती है और दीवारें यादों की गवाह बनकर खड़ी हैं। यह गांव केवल इंग्लैंड के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक सबक है कि इतिहास के निर्णय कैसे पीढ़ियों तक अपनी छाप छोड़ते हैं।
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