Silver Price का बबल फूटने वाला है? $200 प्रति औंस पर जाकर गिरेगी चांदी! रॉबर्ट कियोसाकी ने ऐसा क्यों कहा?
et December 29, 2025 11:42 AM
आसमान पर पहुंच चुके हैं। सबसे ज्यादा रैली सिल्वर रेट में आ रही है। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में सिल्वर की कीमत लगभग 80 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच चुकी है। इसी बीच रिच डैड पुअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी का कहना है कि चांदी की कीमतों का यह बबल फूटने वाला है। इस समय में चांदी खरीदनी चाहिए या नहीं या फिर कैसा रुख अपनाना चाहिए इसे लेकर भी उन्होंने निवेशकों को सलाह दी है। बता दें कि पिछले सप्ताह ही कॉमेक्स बाजार में, चांदी की कीमतों में सप्ताह भर में 9.71 डॉलर यानि 14% से ज्यादा की तेजी आई है। भारत में चांदी का भाव 2,50,000 रुपये के पार जा चुका है।
रॉबर्ट कियोसाकी क्या कह रहे रॉबर्ट कियोसाकी अक्सर सोना, चांदी, क्रिप्टो आदि के लिए प्रेडिक्शन करते रहते हैं। ऐसे इस बार फिर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि क्या चांदी का बुलबुला फूटने वाला है? मुझे चांदी बहुत पसंद है। उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने साल 1965 में पहली बार चांदी खरीदी थी। इसके बाद उन्होंने सवाल उठाया की क्या चांदी का बुलबुला अब फूटने वाला है। वे ऐसा फियर ऑफ़ मिसिंग आउट यानी FOMO के कारण कर रहे हैं।
चांदी में आने वाली है मंदी अपनी पोस्ट में उन्होंने आगे यह लिखा कि मंदी आने वाली है। यदि आपने अभी तक चांदी में निवेश नहीं किया है और अब आप चांदी खरीदने की प्लानिंग करने वाले हैं तो अभी धैर्य के साथ निवेश का फैसला लें। उन्होंने यह अनुमान जताया कि साल 2026 में चांदी की कीमतें 100-200 अरब डॉलर प्रति औंस तक भी पहुंच सकती है। इस अनुमान के साथ ही उन्होंने अपनी बुक डैड पुअर डैड में लिखी सिख भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि मुनाफा खरीदते समय होता है बेचते समय नहीं। इसलिए निवेशकों को मंदी का ध्यान में रखते हुए धैर्य रखकर अपने पैसे निवेश करना चाहिए।
चीन ने लगाया प्रतिबन्ध बता दें कि चांदी कि बढ़ती कीमतों को देखते हुए चीन ने 1 जनवरी 2026 से चांदी को लेकर निर्यात प्रतिबंधों की घोषणा की है। इसके लिए अब उन्होंने लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है। चीन के इस कदम से सप्लाई और अधिक प्रभावित होगी जिसका असर कीमतों पर दिखाई दे सकता है। चांदी की बढ़ती कीमतों के पीछे चांद की इंडस्ट्रियल डिमांड में वृद्धि और सप्लाई में कमी है। यह जानने के बाद निवेशक चांदी के पीछे टूट पड़े हैं और जिससे कीमतों को समर्थन मिल रहा है।