News India Live, Digital Desk : जब भी हम नमक की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में बस वही सफेद बारीक दाने आते हैं जो हमारे हर खाने का स्वाद तय करते हैं। लेकिन क्या आपने कभी अपनी दादी या नानी से सुना है कि 'व्रत वाला नमक' सेहत के लिए कहीं ज्यादा बेहतर होता है? जी हां, मैं बात कर रहा हूं सेंधा नमक (Rock Salt) की।आज के दौर में जब हर चीज में रिफाइनिंग और मिलावट बढ़ गई है, ऐसे में सेंधा नमक हमारे पास मौजूद नमक का सबसे शुद्ध रूप है। चलिए, आज जानते हैं कि क्यों ये सिर्फ पूजा-पाठ या व्रत के लिए नहीं, बल्कि आपकी रोजमर्रा की लाइफ का हिस्सा होना चाहिए।पाचन के लिए तो यह किसी वरदान से कम नहींअक्सर घर के खाने के बाद हमें भारीपन या पेट में गैस की समस्या महसूस होती है। सेंधा नमक हमारे पाचन तंत्र को बहुत सुचारू बनाता है। अगर आप अपने खाने में समुद्री नमक की जगह सेंधा नमक इस्तेमाल करते हैं, तो ये खाना पचाने में लगने वाले एसिड और एन्जाइम्स को संतुलित करता है। चुटकी भर सेंधा नमक और अदरक का मेल तो गैस और बदहजमी के लिए सबसे पुराना और असरदार नुस्खा है।बीपी और स्ट्रेस का 'सच्चा दोस्त'समुद्री नमक को रिफाइन करने के लिए कई तरह के केमिकल्स का इस्तेमाल होता है, लेकिन सेंधा नमक बिल्कुल कुदरती है। इसमें सोडियम की मात्रा साधारण नमक से थोड़ी कम होती है और पोटैशियम अधिक होता है, जो हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए अच्छा माना जाता है। साथ ही, इसके मिनरल्स आपके दिमाग को शांत रखने और नींद को बेहतर बनाने में भी मदद करते हैं।सिर्फ खाने में नहीं, खूबसूरती में भी काम आता हैक्या आप जानते हैं कि महंगे फेस स्क्रब की जगह आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं? इसे थोड़ा शहद या तेल में मिलाकर चेहरे पर रगड़ने से डेड स्किन निकल जाती है और चेहरा खिल उठता है। इतना ही नहीं, अगर आपके पैर ज्यादा पैदल चलने या काम की वजह से सूज गए हैं, तो गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर पैर रखने से सारा दर्द छूमंतर हो जाता है।गले की खराश और कफ का दुश्मनसर्दियों का मौसम है और गले में खिचखिच होना आम बात है। सादे पानी की जगह सेंधा नमक के पानी से गरारे करने से जो सुकून मिलता है, वो शायद ही किसी दवा से मिले। यह गले के संक्रमण को रोकने में भी बहुत कारगर है।एक छोटी सी सलाहदोस्तों, बाजार में दो तरह के सेंधा नमक मिलते हैं—एक बिल्कुल सफेद और एक हल्का गुलाबी। कोशिश करें कि आप डली वाला (साबुत) सेंधा नमक लाएं और उसे घर पर खुद पीसें। पिसा हुआ पैकेट कई बार रिफाइंड भी हो सकता है।अपनी और अपने परिवार की सेहत के लिए किचन के सफेद नमक में थोड़ा बदलाव करके देखें, फर्क आप खुद कुछ हफ्तों में महसूस करने लगेंगे।