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अमेरिका में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुनकर आप सोचेंगे, "ऐसा बॉस तो सबको मिलता है।" जब एक अमेरिकी कंपनी को बड़े इंडस्ट्रियल ग्रुप ईटन को बेचा गया, तो कर्मचारियों को पक्का नहीं था कि अब उनकी नौकरी का क्या होगा। लेकिन यह बिक्री कर्मचारियों के लिए वरदान साबित हुई।
दरअसल फैमिली बिज़नेस बेचने के बाद एक मालिक ने कंपनी के कर्मचारियों को 2,157 करोड़ रुपए बाँट दिए! 540 कर्मचारियों को भारी बोनस मिला, जबकि वे कंपनी के शेयरहोल्डर नहीं थे। कंपनी के मालिक का यह कदम कर्मचारियों की लॉयल्टी के लिए आभार जताने जैसा था। हर कर्मचारी को औसतन 4 लाख 43 हज़ार डॉलर या 3 करोड़ 98 लाख 50 हज़ार रुपए बोनस मिला। मीडिया में खबर आई कि लुइसियाना के पूर्व CEO ग्राहम वॉकर ने अपने फैमिली बिज़नेस की बिक्री से मिले पैसे का एक बड़ा हिस्सा अपने कर्मचारियों में बांट दिया।
ग्राहम ने हाल ही में अपना फैमिली बिज़नेस, 'फाइबरबॉन्ड' बेचा। उन्होंने कंपनी खरीदने वालों के लिए एक ज़रूरी शर्त रखी। शर्त यह थी कि कंपनी के कर्मचारियों को बिक्री से होने वाली कमाई का 15 परसेंट मिलेगा। 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ग्राहम ने यह फैसला कर्मचारियों की लंबे समय तक लॉयल्टी, खासकर मुश्किल समय में कंपनी के साथ खड़े रहने के लिए लिया। उनके प्रति गहरा आभार जताते हुए, कंपनी के पूर्व CEO ग्राहम ने दोनों हाथों से बोनस दिया।
शुरू में कर्मचारी बोनस की घोषणा पर यकीन नहीं करना चाहते थे। उन्होंने इसे मज़ाक समझकर टाल दिया। बाद में, जब इसकी सच्चाई कन्फर्म हुई, तो वे इमोशनल हो गए। कर्मचारियों ने अचानक मिले इस पैसे के लिए शुक्रिया अदा किया। ग्राहम ने कहा कि कंपनी के कर्मचारियों ने इस पैसे का इस्तेमाल अपनी अलग-अलग पर्सनल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए किया है। कुछ ने लोन चुकाए हैं, कुछ ने हायर एजुकेशन के लिए पैसे दिए हैं, और कुछ ने कार खरीदकर अपने सपने पूरे किए हैं।
आमतौर पर, कर्मचारियों को ऐसे बोनस का फायदा तब मिलता है जब उनके पास बेची जा रही कंपनी के शेयर हों। लेकिन ग्राहम अपने कर्मचारियों को परिवार का सदस्य मानते थे। उनका पक्का मानना था कि कर्मचारी भी कंपनी की सफलता में हिस्सा पाने के हकदार हैं। इसी सोच के साथ, ग्राहम ने दिल खोलकर कर्मचारियों को बोनस दिया। उनके इस फैसले की सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हुई है। सोशल मीडिया यूज़र्स ने उनकी बहुत तारीफ़ की है। एक ने लिखा, "एक ऐसा बॉस जो अपने कर्मचारियों को सिर्फ़ वर्कर नहीं, बल्कि परिवार की तरह देखता है।"