केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा है कि अब एसिड अटैक पीड़ितों को सिर्फ सरकारी अस्पतालों में ही नहीं, बल्कि प्राइवेट अस्पतालों में भी मुफ्त इलाज मिलेगा। इस योजना का उद्देश्य एसिड अटैक पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना और उन्हें मानसिक एवं शारीरिक रूप से पुनःसशक्त बनाना है।
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सरकार की इस नई पहल के तहत पीड़ितों को सर्जरी, त्वचा की मरम्मत (स्किन ग्राफ्टिंग), दंत चिकित्सा, नेत्र चिकित्सा और मानसिक स्वास्थ्य सहायता जैसी सभी सेवाएँ फ्री उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा, पीड़ितों के परिवारों को भी इस प्रक्रिया में सहयोग देने के लिए परामर्श और सहायता प्रदान की जाएगी।
हाल ही में इस योजना का प्रचार वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया गया है, जिसमें दिखाया गया है कि किस प्रकार एसिड अटैक पीड़ित अब बिना किसी आर्थिक बोझ के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा सकते हैं। वीडियो में पीड़ितों की खुशी और राहत साफ झलक रही है, साथ ही यह संदेश भी दिया गया है कि समाज में ऐसे अपराध के खिलाफ मजबूत कानूनी और सामाजिक समर्थन मौजूद है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि कई बार पीड़ित आर्थिक समस्याओं के कारण जरूरी इलाज नहीं करवा पाते थे। अब प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त इलाज मिलने से उनके उपचार में तेजी आएगी और उनका जीवन सामान्य हो सकेगा। योजना का लाभ लेने के लिए पीड़ितों को सिर्फ पहचान पत्र और मेडिकल रिपोर्ट जमा करनी होगी।
इस योजना के लागू होने के बाद विशेषज्ञों का कहना है कि एसिड अटैक जैसे गंभीर अपराधों के पीड़ितों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा। सरकार का उद्देश्य केवल इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि पीड़ितों को समाज में पुनः आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करना है।
एसिड अटैक पीड़ितों के लिए फ्री इलाज की सुविधा की घोषणा समाज में सकारात्मक प्रतिक्रिया भी ला रही है। महिला संगठन, NGOs और सामाजिक कार्यकर्ता इस योजना का समर्थन कर रहे हैं और इसे देश में समानता और सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम बता रहे हैं।