Reliance Enter Into Car Market: भारतीय बाजार में कई कार निर्माता कंपनियां हैं. इनमें से कई विदेशी कंपनियां हैं, जो विदेश में ही बनी गाड़ियों को भारत में बेचती हैं. वहीं कई कंपनियां ऐसी हैं, जिन्होंने भारत में ही मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाए हैं. इसके साथ ही देशी कार निर्माता कंपनियों की बात करें, तो टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा का नाम सबसे पहले सामने आता है. वहीं अब इस लिस्ट में रिलायंस (Reliance) का नाम भी शामिल हो सकता है.
भारत के बड़े उद्योगपति अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर देश में इलेक्ट्रिक कार और इन कारों की बैटरी बनाने की प्लानिंग कर रही है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इसके लिए चीन की कार निर्माता कंपनी BYD के पूर्व भारतीय कार्यकारी अधिकारी को कंपनी में शामिल भी किया गया है.
इसके साथ ही ईवी प्लांट में लगने वाली कॉस्ट के निर्धारण के लिए एक्सटर्नल कंसल्टेंट्स को भी कंपनी में शामिल किया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी का उद्देश्य ऐसे प्लांट को तैयार करने का है, जिसमें एक साल में करीब 2,50,000 वाहनों को बनाकर तैयार किया जा सके. इसके साथ ही आने वाले समय में रिलायंस इस टारगेट को बढ़ाकर 7,50,000 करना चाहती है. कारों की मैन्युफैक्चरिंग के साथ ही रिलायंस बैटरी प्लांट भी लगाना चाहती है, जिसमें 10 गीगावाट-घंटे (GWh) की कैपेसिटी हो.
एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी इस रिलायंस इंडस्ट्रीज के हेड हैं. साल 2005 में दोनों भाइयों ने बिजनेस को अलग-अलग कर लिया था. बता दें कि मुकेश अंबानी की कंपनी भी बैटरी की मैन्युफैक्चरिंग पर काम कर रही है. वहीं अगर अनिल अंबानी भी कारों के साथ ही बैटरियों के निर्माण को भी शुरू करते हैं, तो दोनों भाई इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की इस रेस में आमने-सामने नजर आ सकते हैं.