लोगों के भोजन में गेहूं एक जरूरी जगह रखता है। रोजाना अधिकतर लोग गेहूं के आटे से बनी रोटियों का सेवन करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक के अनुसार, गेहूं के साथ यदि कुछ और अनाज को मिलाकर पिसाया जाए तो यह पौष्टिकता से भरपूर होने के साथ ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है। जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डाक्टर प्रभात कुमार ने लोकल 18 ने कहा कि पहले लोग भिन्न-भिन्न अनाज की रोटी खाया करते थे।
लेकिन, अब ऐसा काफी कम देखने को मिलता है। गेहूं में कुछ चीजों को मिलाकर आटा पिसवा सकते हैं। इससे बनी रोटियां स्वास्थ्य को लिए कई तरह से लाभ पहुंचाएंगी। तीन ऐसे अनाज हैं जो डायबिटिक लोगों के अतिरिक्त स्वास्थ्य को भी लाभ पहुंचाते हैं। लोग इन दो अनाजों को गेहूं में मिलाकर पिसवा सकते हैं। इससे रोटी का स्वाद भी अच्छा रहता है और शरीर को कई न्यूट्रिएंट्स भी ठीक मात्रा में मिल जाते हैं।
गेहूं के साथ मिलाएं चना-बाजरा
डॉक्टर ने कहा कि गेहूं में चना और बाजरा मिलाकर पिसवा सकते हैं। इसकी मात्रा की बात करें तो 50 फीसदी गेहूं और 25 फीसदी चना और 25 फीसदी बाजरा रख सकते हैं। बाजरा पोषक तत्वों का खजाना है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, अमीनो एसिड, आयरन, जिंक, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, फाइबर और राइबोफ्लेविन, फोलिक एसिड, थायमिन, नियासिन और बीटा कैरोटीन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। ये हड्डियों को मजबूती देने के साथ ही पाचन को दुरुस्त रखते हैं।
डायबिटीज पेशेंट के लिए फायदेमंद
आगे कहा कि इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और ये ग्लूटेन फ्री अनाज है, इसलिए डायबिटिक पेशेंट के लिए लाभ वाला रहता है और पचाने में आसान रहता है। इसके साथ चने में उपस्थित फाइबर, पोटेशियम, विटामिन बी, आयरन, मैग्नीशियम और सेलेनियम दिल के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। चने में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता