आर्मी इंटेलिजेंस टीम ने फर्जी रबर स्टाम्प बनाने वाले दुकानदार को किया गिरफ्तार
Krati Kashyap September 20, 2024 04:27 PM

आर्मी इंटेलिजेंस टीम ने दानापुर थाना क्षेत्र के मैनपुरा सगुना मोड़ स्थित SA आर्ट नामक दुकान के दुकानदार को अरैस्ट किया है. पटना में फर्जी रबर स्टाम्प बनाने वाले दुकानदार माे सरवर अली को आर्मी इंटेलिजेंस लखनऊ की टीम ने अरैस्ट किया है. पूरा मुद्दा दानापुर थाना क्षेत्र के मैनपुरा सगुना मोड़ स्थित SA आर्ट नामक दुकान का है, जहां दुकान से सेना की फर्जी मुहरें बरामद की गई हैं

A Rubber Stamp On A Desk

माे सरवर अली पिछले 6 महीने से आर्मी इंटेलिजेंस लखनऊ टीम की रडार पर था. आर्मी इंटेलिजेंस टीम को लगातार सूचना मिल रही थी कि मैनपुरा सगुना मोड़ के नजदीक एक दुकान में गैरकानूनी रूप से रबर स्टाम्प बनाने का काम चल रहा है, जिसमें बिना किसी लाइसेंस/ ऑथोरिटी के आर्मी, अर्ध सैनिक बल, बैंक, विद्यालय और बहुत सारे सरकारी तथा प्राइवेट विभाग के रबर स्टाम्प बनाकर सप्लाई की जा रही है. इसके बाद क्षेत्रीय पुलिस के साथ उक्त स्थान पर छापेमारी की गई. अरैस्ट दुकानदार माे सरवर अली के पास से 10 से अधिक आर्मी का रबर स्टाम्प और 100 से भी अधिक अन्य सरकारी तथा प्राइवेट विभाग के स्टाम्प बरामद किया गया है.

मैनपुरा सगुना मोड़ के नजदीक एक दुकान में गैरकानूनी रूप से रबर स्टाम्प बनाने का काम चल रहा है, जिसमें बिना किसी लाइसेंस/ ऑथोरिटी के आर्मी, अर्ध सैनिक बल, बैंक, विद्यालय और बहुत सारे सरकारी तथा प्राइवेट विभाग के रबर स्टाम्प बनाकर सप्लाई की जा रही है.

फर्जी भर्ती में भी इस्तेमाल किया जा सकता था

आर्मी इंटेलिजेंस टीम की मानें तो इन स्टाम्प का गैरकानूनी इस्तेमाल हो सकता था. इसके साथ ही फर्जी भर्ती में भी गैरकानूनी ढंग से इस स्टाम्प का इस्तेमाल किया जा सकता था. फिलहाल मिलिट्री इंटेलिजेंस यह पता लगा रही है कि फर्जी मुहरों का नेटवर्क कितने जिलों या राज्यों में फैला है. इनकी सप्लाई किन लोगों को की जा रही थी. वहीं अरैस्ट आदमी को दानापुर पुलिस के हवाले कर दिया. इस संबध में दानापुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने कहा कि फर्जी रबर स्टाम्प बनाने के मुद्दे में एक आदमी को अरैस्ट किया गया है. अरैस्ट आदमी से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया जायेगा.

आर्मी इंटेलिजेंस टीम की मानें तो इन स्टाम्प का गैरकानूनी इस्तेमाल हो सकता था. इसके साथ ही फर्जी भर्ती में भी गैरकानूनी ढंग से इस स्टाम्प का इस्तेमाल किया जा सकता था.

राष्ट्र विरोधी गतिविधि के तरह रबर स्टाम्प बनाया जा रहा था

इससे टेंपरेरी आर्मी का आईडी कार्ड बनाया जा सकता है, जिससे कोई भी आर्मी कैंपस में सरलता से आ-जा सकता है. वहीं चिकित्सक वाले स्टाम्प से किसी का फर्जी मेडिकल बनाया जा सकता है. ट्रांसिस्ट्स कैंप के स्टाम्प से छुट्टी पर गए आर्मी जवान की फर्जी ढंग से छुट्टियां बढ़ाई जा सकती है. इन फर्जी स्टाम्प की सहायता से कोई भी टेंपररी आई कार्ड बना कर कैंट एरिया के अंदर आ-जा सकता है. अरैस्ट दुकानदार के पास किसी प्रकार का कोई भी लाइसेंस नहीं पाया गया है. वैसे आर्मी स्टाम्प, आर्मी द्वारा चुनी गई एजेंसी से बनाया जाता है. देश विरोधी गतिविधि के तरह रबर स्टाम्प बनाया जा रहा था.

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