समस्तीपुर जिले से होकर गुजरने वाली गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। जिससे बाढ़ की स्थिति विकराल हो रही है। पिछले 24 घंटे में जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है, जिससे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 220 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच चुका है।
इस बढ़ते जलस्तर के कारण मोहनपुर, विद्यापति नगर, मोहिउद्दीननगर और पटोरी प्रखंड के कई गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। विशेष रूप से समस्तीपुर और वैशाली के बॉर्डर पर स्थित चांदपुर धमौन गांव में हालात बहुत गंभीर हो गए हैं। यहां के लोग अपने घरों में चारों ओर पानी से घिरे हुए हैं और रातें चौकियों या खाट पर बैठकर बिताने को विवश हैं।
24 घंटों में जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि
समस्तीपुर जिले के बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल दलसिंहसराय के सरारी कैंप पर तैनात इंजीनियर जितेश रंजन ने लोकल 18 को कहा कि गुरुवार सुबह 6 बजे की रिपोर्ट के मुताबिक गंगा का जलस्तर 47.45 मीटर था, जो शुक्रवार सुबह 6 बजे बढ़कर 47.70 मीटर हो गया है। पिछले 24 घंटों में जलस्तर में 25 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 220 सेंटीमीटर ऊपर हो गया है। इस बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की स्थिति दिन-ब-दिन और भी गंभीर होती जा रही है।
घरों में घुसा पानी
चांदपुर धमौन के निवासी शिव नारायण ठाकुर ने कहा कि गंगा नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि पानी बांध से लीक होकर उनके घरों में प्रवेश कर रहा है और हाजीपुर-बछवारा NH 122B सड़क पार कर रहा है। इस बाढ़ की स्थिति के कारण उनके परिवार को चौकियों और पलंग पर बैठकर रातें बितानी पड़ रही हैं। खाना बनाने में भी भारी दिक्कतें आ रही हैं, जिससे उनकी दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
बाढ़ के कारण क्षेत्रीय निवासियों को हो रही कठिनाइयों के मद्देनजर तटबंध की मरम्मत का काम भी जारी है। हालांकि, बढ़ते जलस्तर के कारण यह परेशानी अभी भी नियंत्रण में नहीं है, जिससे लोगों को लगातार सावधान रहने की जरूरत है।