प्रतिनिधियों का स्वागत करने के लिए झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन की हो रही है खूब आलोचना
असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भारतीय यूनियन ऑफ मुसलमान लीग (आईयूएमएल) के प्रतिनिधियों का स्वागत करने के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की आलोचना की. आईयूएमएल प्रतिनिधिमंडल, जिसमें सांसद ईटी मोहम्मद बशीर और हारिस बीरन और विधायक मोहम्मद बशीर शामिल थे, ने सोरेन से रांची में उनके आवास पर मुलाकात की. सीएम कार्यालय के एक बयान में इस मुलाकात को ‘शिष्टाचार मुलाकात’ कहा गया. हालाँकि, सरमा ने सोरेन की प्राथमिकताओं पर प्रश्न उठाया. सरमा ने कहा, “आईयूएमएल का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसकी स्थापना जिन्ना ने की थी, झारखंड के सीएम से मुलाकात की.
हिमंत बिस्वा सरमा ने प्रश्न किया कि मैं जानना चाहता हूं कि जिन्ना की पार्टी झारखंड में क्यों आयी? सीएम ने केरल के मुसलमान लीग प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया, लेकिन बीजेपी नेताओं की उपेक्षा की और इसके बजाय उन्हें आने से रोकने के लिए चुनाव आयोग को लिखा. आप जिन्ना की पार्टी के नेताओं को सपरिवार चाय-कॉफी पिलाते हैं, क्यों? इस महीने की आरंभ में, झारखंड गवर्नमेंट ने चुनाव आयोग से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से निवेदन करने को बोला था कि वह सरमा और शिवराज सिंह चौहान जैसे बीजेपी नेताओं को सियासी फायदा के लिए राज्य में सांप्रदायिक तनाव ‘भड़काने’ से बचने की राय दें
सरमा ने बोला कि बीजेपी झारखंड में आनें वाले विधानसभा चुनाव जीतने को लेकर आश्वस्त है. ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर उन्होंने टिप्पणी की कि विपक्ष का मुख्य ध्यान पीएम मोदी का विरोध करना है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सत्ता में झामुमो के दिन ‘गिनने’ वाले रह गए हैं. सोरेन ने भाजपा की ‘परिवर्तन यात्राओं’ से जुड़ी प्रतिक्रिया में संकेत दिया कि दूसरे राज्यों के नेता झारखंड में सांप्रदायिक तनाव भड़का सकते हैं। उन्होंने कहा, “दूसरे राज्यों के नेता ‘गिद्ध की तरह मंडराते, सांप्रदायिक तनाव फैलाते’ नजर आएंगे.“