रास्ते में पीड़ित को मोटरसाइकिल सवार तीन लोगों ने पलायमकोट्टई में रोका और फिर उनका जनेऊ काटकर फेंकने के बाद दिया उसका मजाक उड़ाने लगे. पीड़ित की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया गया. सोमवार को पुलिस अफसरों की ओर से जानकारी दी गई कि पीड़ित जब धोती पहनकर और बिना शर्ट के कार्यक्रम में जा रहे थे तो मोटरसाइकिल पर सवार तीन लोगों ने उन्हें रोका था.
पुलिस के बयान के अनुसार, "युवकों ने अखिलेश का पवित्र धागा (जिसे तमिल में पूनूल कहा जाता है) काटकर फेंक दिया. वे इसके बाद उनका मजाक उड़ाने लगे और बोले कि वह दोबारा इस पूनूल को न पहनें." मामले की जानकारी पर हिंदू मुन्नानी (आरएसएस से संबद्ध संगठन) के पदाधिकारियों के साथ आस्तिक समाज के पदाधिकारियों ने 21 सितंबर की रात को पेरुमलपुरम पुलिस (पलायमकोट्टई) में शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है.