यूरोप में 40 वर्ष बाद फॉक्सवैगन पोलो का उत्पादन बंद हो गया है. अब ये कार दक्षिण अफ्रीका में बनेगी. आइए इसकी डिटेल्स जानते हैं. फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) 1975 से उत्पादन में है. ये कार पूरे विश्व के कई बाजारों में एक लोकप्रिय विकल्प है. 2023 में फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) को दुनिया के टॉप-50 सबसे अधिक बिकने वाली कारों की लिस्ट में 20वें जगह पर रखा गया था. VW Polo हिंदुस्तान में भी एक पसंदीदा विकल्प थी, लेकिन इसे 2022 में बंद कर दिया गया था. अब इसका उत्पादन यूरोपीय राष्ट्रों में भी बंद हो गया है. यूरोप में पूरे 40 वर्ष बाद इसका उत्पादन बंद किया गया.
यूरोपीय ऑटोमोबाइल ब्रांड कम डिमांड और एशियाई ब्रांडों से सस्ते विकल्पों की उपलब्धता के कारण बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. यदि फॉक्सवैगन (Volkswagen) वापसी की योजना बनाती है, तो उसे कुछ जरूरी कदम उठाने की जरूरत है. पोलो (Polo) के उत्पादन को दक्षिण अफ्रीका में ट्रांसफर करने का फैसला समग्र रणनीति का हिस्सा हो सकता है.
पिछले चार दशकों से फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) का निर्माण कंपनी की स्पेन के पंप्लोना प्लांट में किया जाता था. स्पेन में पोलो (Polo) का उत्पादन पूरी तरह से बंद करने का फैसला लिया गया है. पोलो (Polo) अब कंपनी के कारिगा, दक्षिण अफ्रीका प्लांट में खास रूप से बनाई जाएगी.
हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि स्पेन प्लांट कार्यात्मक बना रहेगा. इसे दो नयी छोटी इलेक्ट्रिक कारों के उत्पादन का समर्थन करने के लिए अपग्रेड किया जाएगा. T-Cross और Taigo जैसे अन्य मॉडल स्पेन में पंप्लोना प्लांट में निर्मित किए जाएंगे.
अब मैन्युफैक्चरिंग दक्षिण अफ्रीका में ट्रांसफर हो रही है. पोलो (Polo) यूरोपीय बाजारों में मौजूद रहेगी. भले ही फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) अपनी चरम लोकप्रियता को बहुत पीछे छोड़ चुकी है. उदाहरण के लिए 2024 के पहले 8 महीनों में यूरोप में 90,000 से अधिक यूनिट बेची गई हैं. इससे पोलो (Polo) यूरोप में 8वीं सबसे अधिक बिकने वाली कार बन जाती है. पोलो (Polo) से अभी भी जरूरी रेवन्यू आ रहा है. हालांकि, यह आसार नहीं है कि फॉक्सवैगन (Volkswagen) यूरोप या अन्य बाजारों से इस हैचबैक को वापस ले लेगा.
स्पेन में उत्पादन प्लांट में फॉक्सवैगन पोलो (Volkswagen Polo) का संचयी उत्पादन 8.4 मिलियन से अधिक यूनिट रहा है. हालांकि, T-Roc जैसे अन्य Volkswagen मॉडल बहुत बेहतर बिक्री कर रहे हैं. उत्पादन लागत कम करने के लिए Polo के उत्पादन को दक्षिण अफ्रीका में स्थानांतरित करना जरूरी हो सकता है.
स्पेन प्लांट में पोलो (Polo) द्वारा खाली की गई उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल दो नयी छोटी इलेक्ट्रिक एसयूवी का निर्माण करने के लिए किया जाएगा. इनमें से एक फॉक्सवैगन (Volkswagen) ब्रांडेड होगी, जबकि दूसरी स्कोडा (Skoda) वैरिएंट होगी. ये नयी इलेक्ट्रिक एसयूवी MEB प्लेटफॉर्म पर आधारित होंगी और फ्रंट-व्हील ड्राइव सेटअप का इस्तेमाल करेंगी.