डेंगू की रोकथाम से संबंधित प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए दिए ये निर्देश
Garima Singh September 30, 2024 11:27 AM

ग्वालियर में सभी नर्सिंग होम एवं पैथोलॉजी संचालक डेंगू की जांच एलाइजा टेस्ट पद्धति से ही कराएं. यदि किट से जॉच पायी गई तो लाइसेंस खारिज करने की कार्रवाई की जाएगी. यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाक्टर सचिन श्रीवास्तव ने बैठक लेकर नर्सि

उन्होंने बोला जो रोगी डेंगू पॉजिटिव पाए जाते हैं, उनकी रिपोर्ट डॉक्टर के हस्ताक्षर से ही प्रेषित की जाए. डिजिटल या अन्य किसी और के हस्ताक्षर से रिपोर्ट मान्य योग्य नहीं होगी. साथ ही जो लैब अन्य किसी लैब से जांच कराते है तो उसी लैब से डॉक्टर के हस्ताक्षर युक्त रिपोर्ट प्रेषित की जाए.

सभागीय कमिश्नर मनोज खत्री एवं जिला कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा नर्सिंग होम, लैब और अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं में डेंगू की रोकथाम से संबंधित प्रोटोकाल का पालन कराने के लिए दिए गए निर्देशों के पालन में रविवार को यह बैठक बुलाई गई थी. बैठक में निर्देश दिए गए कि गंभीर रोगी की रिपोर्ट तुरन्त भिजवाई जाए. साथ ही गंभीर रोगी को हायर स्वास्थ्य संस्था के लिए रैफर करने की जानकारी तुरन्त भेजी जाए. सभी को यह भी चेतावनी दी गयी है कि डेंगू नियंत्रण टीम भ्रमण कर रही है. जिस किसी भी अस्पताल/लैब या अन्य स्वास्थ्य संस्था में लार्वा पाया जाता है तो संबंधित स्वास्थ्य संस्था का लाइसेंस खारिज करने और जुर्माना की कार्रवाई की जाएगी. इसके लिए पृथक से नोटिस जारी नहीं किया जाएगा. सभी स्वास्थ्य संस्थाएं डेंगू से बाचव के निर्देशों का पालन करें और संस्था के कम से कम चार स्थानों पर बैनर लगा कर आमजन को डेंगू से बचाव की जानकारी दी जाए.

बैठक में यह रहे शामिल समीक्षा बैठक में समस्त नर्सिंगहोम/पैथोलोजी संचालकों को आदेशित किया गया है कि हॉस्पिटल एवं लैब में कही भी पानी जमा न हो और यह भी ध्यान रखा जाए कि लार्वा कही भी न पनपे. बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी डॉविनोद दौनेरिया एवं डॉमहेन्द्र पिपरौलिया जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट मौजूद थे.

© Copyright @2024 LIDEA. All Rights Reserved.