राजधानी रांची में रविवार को दो स्थान प्रतिबंधित मांस फेंककर सौहार्द बिगाड़ने की प्रयास की गई. लेकिन समाज के प्रबुद्ध के हस्तक्षेप से असामाजिक तत्वों की यह षड्यंत्र असफल हो गई. उनका बोलना था कि अभी त्योहार है. इसलिए कुछ असामाजिक तत्व ऐसा करके माहौल खराब करने
पहली घटना ओल्ड एचबी रोड पर एक मंदिर के सामने घटी. यहां प्रतिबंधित मांस मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. सुबह 11:10 बजे लोग सड़क पर बैठ गए. जाम लगा दिया. आरोपियों को तुरन्त अरैस्ट करने की मांग कर रहे थे. सूचना मिलते ही पुलिस पहुंची. लोगों को समझा-बुझाकर शांत करने का कोशिश किया.– शेष पेज 7 पर
चडरी में भी मिला मांस, पुलिस ने हटाया
ओल्ड एचबी रोड पर लोग प्रदर्शन कर रहे थे. इसी बीच चडरी में भी किसी ने सड़क पर प्रतिबंधित मांस फेंक दिया. पुलिस सावधान थी. जैसे ही सूचना मिली, कोतवाली पुलिस स्टेशन की पुलिस तुरन्त मौके पर पहुंची. नगर निगम का ट्रैक्टर बुलाया और उसे हटवा दिया. लोगों को इस घटना की जानकारी भी नहीं मिली. यदि प्रदर्शन के दौरान इसका खुलासा हो जाता तो बड़ी घटना हो सकती थी.
एसडीओ बोले- दुकान का नाम बताएं, कार्रवाई करेंगे
एसडीओ ने बोला कि प्रतिबंधित मांस की बिक्री किसी भी हाल में नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने भीड़ से बोला कि आप ऐसी तीन दुकानों का नाम बताएं. पुलिस तुरन्त कार्रवाई करेगी. इस पर विधायक सीपी सिंह भड़क गए. उन्होंने कहा-पुलिस को पूरी जानकारी है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं करती. पैसे लेकर पुलिस कई तरह के अनैतिक काम करवा रही है. क्या हम पुलिस को साथ ले जाकर दिखाएं, तब कार्रवाई होगी. विधायक का तेवर देखकर अधिकारी शांत हो गए.
रांची के ओल्ड एचबी रोड में प्रतिबंधित मांस मिलने के बाद उग्र लोगों को शांत कराती पुलिस.
विधायक बोले- यह घटना कानून-व्यवस्था पर सवालविधायक सीपी सिंह ने बोला कि यह घटना हिंदुओं की भावनाओं पर सीधा प्रहार है. यह रांची में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रश्न खड़ा करती है. पुलिस प्रशासन झामुमो और कांग्रेस पार्टी की तुष्टिकरण की नीति के कारण ऐसे आरोपियों पर कार्रवाई करने से भागती है. हिंदपीढ़ी के जिन होटलों में प्रतिबंधित मांस परोसा जा रहा है, उसे तुरन्त सील करें. आरोपियों पर कार्रवाई करें. यदि शीघ्र ही ऐसा नहीं हुआ तो हिंदू समाज सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करने पर विवश होगा.