मलेरिया और डेंगू के साथ-साथ चिकनगुनिया भी एक मच्छर जनित रोग है जो तेजी से फैल रही है। हालांकि, ये तीनों बीमारियां मच्छरों के काटने से होती हैं, लेकिन इनके लक्षण और गंभीरता में काफी अंतर होता है। आइए विस्तार में जानते हैं कि चिकनगुनिया मलेरिया और डेंगू से किस तरह अलग है और इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं।
चिकनगुनिया एक वायरल संक्रमण है, जो एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। यह वही मच्छर है, जो डेंगू फैलाता है। चिकनगुनिया शब्द की उत्पत्ति अफ्रीकी भाषा से हुई है जिसका अर्थ है ‘मुड़े हुए व्यक्ति’, क्योंकि इस रोग से पीड़ित लोग अक्सर जोड़ों में तेज दर्द के कारण मुड़े हुए रहते हैं।
चिकनगुनिया के लक्षण
जोड़ों का दर्द: चिकनगुनिया का सबसे विशेष लक्षण जोड़ों में तेज दर्द है। यह दर्द अक्सर घुटनों, कलाई और अंगुलियों में होता है।
बुखार: हाई बुखार भी एक आम लक्षण है।
दर्द: मसल्स में दर्द, सिरदर्द और जोड़ों में सूजन भी हो सकती है।
थकान: चिकनगुनिया से पीड़ित आदमी अत्यधिक थका हुआ महसूस कर सकता है।
चकत्ते: कुछ मामलों में शरीर पर लाल चकत्ते भी दिखाई दे सकते हैं।
चिकनगुनिया, मलेरिया और डेंगू में अंतर
लक्षण | चिकनगुनिया | मलेरिया | डेंगू |
जोड़ों का दर्द | बहुत तेज | कम | कम |
बुखार | हाई, अचानक | हाई, आवर्ती | हाई, लगातार |
सिरदर्द | हल्का से मध्यम | गंभीर | मध्यम |
मांसपेशियों में दर्द | आम | आम | आम |
चकत्ते | आम | कम | कम |
अन्य लक्षण | थकान, जोड़ों की सूजन | ठंड लगना, उल्टी, दस्त | आंखों के पीछे दर्द, मसूड़ों से खून निकलना |
चिकनगुनिया का इलाज
चिकनगुनिया के लिए कोई विशेष दवा नहीं है। आमतौर पर लक्षणों को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाएं दी जाती हैं। बहुत अधिक तरल पदार्थ पीना और आराम करना भी जरूरी है।
चिकनगुनिया से बचाव
* मच्छरदानी का इस्तेमाल करें, घरों में मच्छरों का प्रजनन रोकें, फुल आस्तीन के कपड़े पहनें और मच्छर भगाने वाले लोशन का इस्तेमाल करें।
* अपने आसपास साफ-सफाई रखें और पानी जमा न होने दें।
* अभी तक चिकनगुनिया के लिए कोई टीका मौजूद नहीं है।