मौलाना साजिद रशीदी के मुताबिक, "एडोल्फ हिटलर (जर्मन शासक) ने कहा था कि वह कुछ यहूदियों को इसलिए छोड़ रहा है ताकि पूरी दुनिया देख सके कि यह कैसी जाति है. आज वही सच साबित हो रहा है कि यह एक ऐसी जंग है जो किसी के घर में जाएगी और उसे मार डालेगी." दरअसल, लेबनान में 27 सितंबर, 2024 को इजरायली हमले में हिज्बुल्लाह के मुखिया हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद से इलाके में तनाव लगातार बढ़ रहा है. मौलाना साजिद रशीदी ने उसी मसले को लेकर इजरायल पर जुबानी हमला बोला.
मौलाना साजिद रशीदी ने इस्लामिक कट्टरपंथी उपदेशक जाकिर नाइक के उस बयान पर भी राय जाहिर की, जिसमें उसने कहा था कि गाय का मांस इस्लाम में हराम नहीं है. अगर इस पर कोई प्रतिबंध है, तो हमें उसका सम्मान करना चाहिए. मौलाना बोले, "भारत में लोग जहां गाय पर बैन है, उसका सम्मान कर रहे हैं. मुसलमान कहीं नहीं खाता है और नबी पाक ने भी कहा था कि गाय के गोश्त में बीमारी है, जबकि दूध में शिफा है."
साजिद रशीदी आगे बोले, "भारत में मुसलमान गाय नहीं खाता पर किरेन रिजिजू ने खुद संसद में कहा है कि वह गाय खाते हैं. जब मनोहर पर्रिकर जीवित थे, उन्होंने कहा था कि हम गोवा में बीफ की कमी नहीं होने देंगे. गाय को कुछ हिस्सों में माता माना जाता है, लेकिन पूरे भारत में ऐसा क्यों नहीं होता? हिंदूवादी संगठनों में कई लोग खुद गाय खाते हैं और मुसलमानों पर इल्जाम लगाते हैं कि वे गाय खाते हैं. असल में मुसलमान गाय नहीं खाता."