बत्तीसी का कमजोर होना हो सकता है कैंसर का लक्षण
Krati Kashyap October 04, 2024 11:27 PM

Symptoms of Mouth Canver: मुंह का कैंसर बहुत बड़ा है. इसमें कई चीजों में कैंसर होता है. यानी यदि होंठ, मसूड़ा, जीभ, गाल के अंदरुनी हिस्से, मुंह की छत, मुंह की सतह आदि में कैंसर कोशिकाएं पनपने लगे तो यह मुंह के कैंसर में आते हैं. इसे ओरल कैंसर भी बोला जाता है. मोटा-मोटी गर्दन से लेकर सिर तक के अंदरुनी भाग के कैंसर को मुंह का कैंसर बोला जाता है. वैसे कैंसर ऐसी रोग है जिसमें कई वर्षों तक लक्षण नजर नहीं आते, इस कारण इसकी पहचान में कठिन होती है. लेकिन छोटी-छोटी चीजें इस बात की ओर इशार करती हैं कि शरीर में कुछ बड़ा होने वाला है. जैसे दांतों की ढीलापन या कान में दर्द भी मुंह के कैंसर का लक्षण हो सकता है. इसलिए मुंह के कैंसर में भी यदि इस बात का ध्यान रखा जाए तो आरंभ में भी इसकी पकड़ हो सकती है और इस विशाल रोग से बची जा सकती है.

मुंह के कैंसर के लिए उत्तरदायी कारक
हालांकि कैंसर होने के अनगिनत कारक हैं. इसके लिए प्रदूषण से लेकर पर्यावरण और जीन तक उत्तरदायी हो सकते हैं लेकिन बहुत से मामलों में कैंसर के लिए लोग स्वयं उत्तरदायी होते हैं. खराब लाइफस्टाइल ने इस रोग को और भी घातक बना दिया है. मुंह का कैंसर के लिए मुख्य रूप से सिगरेट, शराब, तंबाकू, गुटखा, फूड में उपस्थित टॉक्सिन रसायन, रेडिएशन, संक्रामक एजेंट, अल्कोहल में उपस्थित रसायन, बैंजीन, एस्बेस्टस, अर्सेनिक, बेरेलियम, निकेल जैसे कैंसर कारक तत्व उत्तरदायी होते हैं.इसलिए यदि समय पर मुंह के कैंसर के संकेतों पर ध्यान दिया जाए तो इस खतरनाक रोग से बचा जा सकता है.

मुंह के कैंसर होने पर दिखते हैं ये संकेत
मायो क्लिनिक के अनुसार मुंह में कैंसर होने पर सबसे पहले मुंह के किसी भी अंदरुनी भाग में फोड़े, घाव या छाले दिखने लगेंगे जो किसी दवा से ठीक नहीं होंगे. वहीं मुंह की छत, सतह या गाल के अंदरुनी हिस्से में सफेद या रैडिश पैचेज दिखने लगेंगे. जब दांतों में ढीलापन होने लगे तो भी यह मुंह के कैंसर होने का संकेत हो सकता है. मुंह में कोई गांठ हो, मुंह में दर्द हो, कान में दर्द हो, खाने में तकलीफ हो तो ये सब मुंह के कैंसर के लक्षणों में शामिल हैं. इन छोटे से संकेतों को देखकर कभी भी नजरअंदाज न करें.

किन लोगों को है अधिक खतरा
जैसा कि उपर कहा गया है कि मुंह के कैंसर के लिए कई चीजें उत्तरदायी हैं. ऐसे में इन चीजों को अपनाने वालों पर इसका खतरा सबसे अधिक है. यानी यदि आप बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, तंबाकू आदि का सेवन अधिक करते हैं, तो आपको इसका अधिक खतरा है. वहीं, बहुत अधिक अल्कोहल लेने वाले को भी मुंह के कैंसर का खतरा है. फिजिकल रिलेशन से फैलने वाले ह्यूमन पेपिलोमावायरस से भी मुंह का कैंसर हो सकता है.इसलिए सुरक्षित संबंध बनाना चाहिए. जिस आदमी की इम्यूनिटी कमजोर होती है, उसे भी मुंह के कैंसर का खतरा रहता है.

इस कैंसर से कैसे करें बचाव
तंबाकू, सिगरेट, शराब, गुटखा आदि का सेवन न करें. सुरक्षित यौन संबंध बनाएं. बहुत अधिक धूप में न रहे.लगातार डेंटिस्ट से संपर्क में रहे. हेल्दी खान-पान अपनाएं. प्रोसेस्ड फूड, सैचुरेटेड फूड से दूर रहें. ये सारे ढंग हर तरह के कैंसर से बचने के तरीका हैं.

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