Karwa Chauth In Pregnancy: क्या, प्रेग्नेंसी के दौरान खतरनाक साबित हो सकता है करवा चौथ का व्रत…
Krati Kashyap October 19, 2024 08:27 PM

करवा चौथ भारतीय संस्कृति में एक खास और जरूरी त्यौहार है, जिसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और स्वास्थ्य के लिए मनाती हैं इस दिन महिलाएं सूर्योदय से लेकर चंद्रमा दर्शन तक बिना पानी और भोजन के उपवास रखती हैं हालांकि, जब बात प्रेग्नेंट स्त्रियों की आती है, तो यह प्रश्न उठता है कि क्या प्रेग्नेंसी के दौरान करवा चौथ का व्रत रखना सुरक्षित है?

विशेषज्ञों के अनुसार, प्रेग्नेंसी के दौरान दिनभर का उपवास करना स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है प्रेग्नेंट स्त्री और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को नियमित रूप से पोषक तत्वों की जरूरत होती है और उपवास के कारण इनकी कमी हो सकती है न्यूट्रिशनिस्ट और गाइनकोलॉजिस्ट्स का मानना है कि बिना भोजन और पानी के रहना प्रेग्नेंट स्त्री के शरीर में पोषण की कमी, शुगर लेवल गिरने और डिहाइड्रेशन का कारण बन सकता है यह स्थितियां गर्भस्थ शिशु के विकास को प्रभावित कर सकती हैं और समय से पहले प्रसव या शिशु का वजन कम होने की आसार को बढ़ा सकती हैं

एक्सपर्ट का ब्यान
गुड़गांव के निमराना हॉस्पिटल्स की गाइनकोलॉजिस्ट डाक्टर प्रतिभा मिश्रा के अनुसार, प्रेग्नेंट स्त्रियों को हेल्दी रहने के लिए नियमित रूप से पोषण से भरपूर भोजन की जरूरत होती है लंबे समय तक बिना खाए रहने से डिहाइड्रेशन, ग्लूकोज की कमी और अन्य समस्याएं हो सकती हैं, जो मां और बच्चे दोनों के लिए घातक हो सकती हैं

सेहत vs परंपरा: क्या है अधिक महत्वपूर्ण?
करवा चौथ का व्रत हमारी परंपराओं में गहरा महत्व रखता है, लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान स्त्री और शिशु की स्वास्थ्य सर्वोपरि होना चाहिए ऐसे समय में, प्रेग्नेंट स्त्रियों को स्वास्थ्य को प्रायोरिटी देने की राय दी जाती है बहुत से जानकार मानते हैं कि प्रेग्नेंट स्त्रियों को व्रत रखने की बजाय, त्योहार की रस्मों में भाग लेकर उत्सव का आनंद लेना चाहिए इस दौरान महिलाएं व्रत रखने के बजाय उत्सव में भाग ले सकती हैं, और सर्गी जैसे पौष्टिक भोजन का सेवन कर सकती हैं

प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखने की सलाह: क्या करें और क्या न करें?
अगर किसी प्रेग्नेंट स्त्री को व्रत रखने की अनुमति दी जाती है, तो उसे कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां बरतनी चाहिए:
* शरीर के संकेतों को सुनें और आवश्यकता महसूस होने पर तुरंत व्रत तोड़ें
* सर्गी के समय बैलेंस और पौष्टिक डाइट लें, जिसमें पनीर, दही, दलिया और दाल शामिल हों
* खूब पानी पीते रहें और शरीर को हाइड्रेटेड रखें
* व्रत रखने से पहले चिकित्सक की राय जरूर लें

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