जेपीसी की बैठक में टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने तोड़ी बोतल, भाजपा और विपक्षी सांसदों के बीच तीखी बहस (लीड-2)
Gyanhigyan October 23, 2024 03:42 AM

नई दिल्ली, 22 अक्टूबर (आईएएनएस)। 'वक्फ (संशोधन) विधेयक-2024' पर जेपीसी की बैठक में विचार-विमर्श के दौरान मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस सांसद कल्याण बनर्जी ने हंगामे के माहौल के बीच कांच की बोतल तोड़ दी। जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को फोन कर, बैठक में हुई घटना और टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के व्यवहार की जानकारी दी।

पाल ने मीडिया से बात करने के दौरान कल्याण बनर्जी के व्यवहार की निंदा करते हुए कहा कि ईश्वर की कृपा से वह बच गए। उन्होंने पूरी घटना की जानकारी लोकसभा अध्यक्ष को दे दी है। विपक्षी सांसदों द्वारा लगाए जा रहे पक्षपात के आरोपों को खारिज करते हुए पाल ने यह भी कहा कि विपक्षी सांसद जब भी बोलना चाहते हैं और जितनी देर तक बोलना चाहते हैं, वह इसकी अनुमति देते हैं। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी को उनके व्यवहार के लिए जेपीसी की बैठक से एक सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। वह जेपीसी की अगली बैठक में शामिल नहीं हो सकते हैं।

जेपीसी के एक सत्र अर्थात एक दिन में दो बैठकें होती हैं। उनके निलंबन को लेकर भी जेपीसी की बैठक में सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच जोरदार बहस हुई।

दरअसल, सत्ता पक्ष के सांसद कल्याण बनर्जी को जेपीसी से ही निलंबित करने की मांग कर रहे थे। लेकिन, विपक्षी सांसदों ने नियमों का हवाला देते हुए तर्क दिया कि जेपीसी के पास ऐसा करने का अधिकार नहीं है। विपक्षी सांसदों की तरफ से कल्याण बनर्जी और अभिजीत गंगोपाध्याय के बीच बंगाली भाषा में हुए वाद-विवाद को हिंदी अथवा अंग्रेजी में अनुवाद कर देने की भी मांग की गई, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि अभद्र भाषा का प्रयोग किसने किया।

काफी देर तक बहस चलने के बाद कल्याण बनर्जी को जेपीसी की बैठक से एक सत्र के लिए निलंबित करने के लिए यह प्रस्ताव लाया गया, "कल्याण बनर्जी जो संयुक्त संसदीय समिति वक्फ के सदस्य हैं, को कमेटी के चेयरमैन जगदंबिका पाल के खिलाफ गलत शब्दों के चयन तथा अध्यक्ष की तरफ बोतल तोड़कर फेंकने के व्यवहार के कारण लोकसभा के नियम 261 तथा 374(1)(2) के तहत एक दिन तथा दो बैठकों के लिए निलंबित किया जाता है।"

इस प्रस्ताव पर जेपीसी की बैठक में वोटिंग हुई और बहुमत के आधार पर प्रस्ताव पारित हो गया। हालांकि, भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय टीएमसी सांसद के सिर्फ एक दिन के निलंबन से संतुष्ट नजर नहीं आए। बताया जा रहा है कि वह अपनी ही पार्टी ( भाजपा) के सांसदों के व्यवहार और टीएमसी सांसद के प्रति नरम रुख अपनाने से काफी दुखी नजर आए। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर, इस पूरे मामले की शिकायत करने की भी तैयारी कर रहे हैं।

बता दें कि इससे पहले जेपीसी की बैठक के दौरान जब जस्टिस इन रियल्टी, कटक और पंचसखा बानी प्रचार मंडली, कटक के प्रतिनिधि अपनी बात रख रहे थे, उस समय बैठक में जोरदार हंगामा खड़ा हो गया।

बिना बारी के ही टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी कई बार अपनी बात रख चुके थे। लेकिन, जब उन्होंने एक बार फिर से बोलने का प्रयास किया तो भाजपा सांसद अभिजीत गंगोपाध्याय ने उस पर विरोध जताया। इसे लेकर दोनों के बीच तीखी और जोरदार बहस हुई।

सूत्रों के मुताबिक, बहस के दौरान ही कल्याण बनर्जी ने टेबल पर रखी कांच की पानी की बोतल को टेबल पर पटक कर तोड़ दिया। इससे कल्याण बनर्जी को चोट भी लग गई। इसके बाद उन्होंने बोतल के टूटे हुए हिस्सों को चेयरमैन की तरफ उछाल दिया। इस घटना के बाद तुरंत ही जेपीसी की बैठक को स्थगित कर दिया गया।

इस घटना को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसद दोनों ही एक-दूसरे पर अभद्र भाषा का प्रयोग करने का भी आरोप लगाते नजर आए। थोड़ी देर बाद जब फिर से जेपीसी की बैठक शुरू हुई तो सत्ता पक्ष के सांसदों ने कल्याण बनर्जी को निलंबित करने की मांग की, जिस पर काफी वाद-विवाद के बाद एक प्रस्ताव लाया गया। वोटिंग के बाद बहुमत के आधार पर, कल्याण बनर्जी को जेपीसी की बैठक से एक सत्र अर्थात एक दिन के लिए निलंबित करने की घोषणा कर दी गई।

--आईएएनएस

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