ओटावा। खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कहा है कि वह किसी भी धमकी से नहीं डरता है और खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए अभियान जारी रखेगा। उसने कनाडा में भारत के पूर्व उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को ‘पाखंडी’ भी कहा है।
पन्नू ने कनाडा स्थित एक इंटरव्यू में कहा कि उसे विश्वास है कि उसके और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के मामले के संबंध में और सबूत सामने आएंगे। बता दें कि अमेरिकी एजेंसियों ने भारत सरकार के एक पूर्व अधिकारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा के आस-पास देश में सिख अलगाववादी पन्नू की हत्या की कथित नाकाम साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।
भारत ने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को भी कनाडा से वापस बुला लिया।पिछले साल कनाडा की धरती पर निज्जर की हत्या में भारत सरकार के शामिल रहने के ओटावा के नए आरोपों के बाद नई दिल्ली ने कनाडा के उच्चायोग प्रभारी स्टीवर्ट व्हीलर और पांच अन्य राजनयिकों को निष्कासित कर दिया। भारत ने अपने उच्चायुक्त और पांच अन्य राजनयिकों को भी कनाडा से वापस बुला लिया है और वे भी भारत लौट रहे हैं।
कनाडा सरकार ने कहा था कि भारतीय राजनयिकों को देश से निकाल दिया गया है। भारत ने निज्जर की हत्या से संबंधित मामले में ओटावा द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। निज्जर को भारत में आतंकवादी घोषित कर दिया गया था।
भारत के खिलाफ उगला जहरगुरपतवंत सिंह पन्नू (Khalistani terrorist Gurpatwant Singh Pannun) ने 21 अक्टूबर को सीटीवी न्यूज से कहा, “मैं किसी भी धमकी से नहीं डरता और मैं वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह के लिए अभियान चलाना बंद नहीं करने वाला हूं।” इंटरव्यू के दौरान खालिस्तानी अलगाववादी ने आरोप लगाया, “सजंय कुमार वर्मा राजनयिक कम और पाखंडी अधिक हैं। जो करने की जरूरत है, वह जासूसी नेटवर्क को खत्म करना और नष्ट करना है, जिसे उन्होंने भारतीय उच्चायुक्त संजय वर्मा के तहत बनाया है।”
बता दें कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पर भारत के साथ संबंधों को खराब करने का आरोप लगाते हुए भारतीय उच्चायुक्त सजंय कुमार वर्मा ने हाल ही में कहा था कि उनका खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से कोई लेना-देना नहीं है। उनके खिलाफ लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। वर्मा ने यह भी कहा कि कनाडा ने निज्जर की हत्या से संबंधित मामले में भारत के साथ एक भी सबूत साझा नहीं किया है।
वैंकूवर और टोरंटो के ये भारतीय वाणिज्य दूतावास जासूसी नेटवर्क का केंद्र हैं।इस पर आतंकी ने कहा, “वैंकूवर और टोरंटो के ये भारतीय वाणिज्य दूतावास जासूसी नेटवर्क का केंद्र हैं। जब तक ये दोनों वाणिज्य दूतावास स्थायी रूप से बंद नहीं हो जाते, तब तक वे कनाडा की संप्रभुता की हत्या और उसे चुनौती देते रहेंगे।” पूर्व भारतीय दूत वर्मा के बयान के बारे में पूछे जाने पर, पन्नू ने राजनयिक पर “धोखेबाज और भ्रामक जवाब” देने का आरोप लगाया। साथ ही दावा किया कि उन्हें विश्वास है कि उनके मामले और निज्जर के मामले को जोड़ने वाले और सबूत सामने आएंगे।
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