धनबाद: धनबाद की बाघमारा विधानसभा सीट झारखंड की राजनीति में हमेशा चर्चा का केंद्र बनी रही है। यहां के चुनाव परिणामों को लेकर हर बार कयास लगाए जाते हैं। 2019 का विधानसभा चुनाव भी इससे अछूता नहीं रहा। उस चुनाव में बीजेपी (भाजपा) के उम्मीदवार ढुल्लू महतो और कांग्रेस पार्टी के जलेश्वर महतो के बीच कड़ी भिड़न्त देखने को मिली थी। ढुल्लू महतो ने 78087 वोट हासिल किए थे, जबकि जलेश्वर महतो को 77208 वोट मिले थे। इस प्रकार, ढुल्लू महतो ने मात्र 879 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी।
2014 में क्या था इस सीट का हाल?
यदि 2014 के विधानसभा चुनावों पर नजर डालें तो बीजेपी ने जद(यू) के उम्मीदवार को हराकर जीत हासिल की थी। उस चुनाव में भी ढुल्लू महतो बीजेपी के उम्मीदवार थे और उन्होंने 51.65% वोट शेयर के साथ 86,549 वोट प्राप्त किए थे। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी जद(यू) के जलेश्वर महतो को 56,980 वोट मिले थे, जो 32.78% वोट शेयर था। उस समय ढुल्लू महतो ने जलेश्वर महतो को 29,623 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
अब 2024 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने नया उम्मीदवार उतारने का निर्णय किया है। ढुल्लू महतो, जो वर्तमान में धनबाद के सांसद हैं। उनके जगह पर उनके भाई शत्रुघ्न महतो को टिकट दिया गया है, जिसके बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी इस बार भी बाघमारा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करके हैट्रिक लगा पाएगी।
स्थानीय जनता की राय और प्रमुख मुद्दे
लोकल 18 की टीम ने बाघमारा और कतरास के क्षेत्रों में जनता की राय जानने के लिए दौरा किया। बाघमारा के नीरज पासवान ने बोला कि बीजेपी ने पिछले कुछ सालों में अच्छा काम किया है और इसलिए वह इस बार भी बीजेपी उम्मीदवार पर भरोसा जताना ठीक मानते हैं।उन्होंने कहा कि ढुल्लू महतो ने अपने कार्यकाल में बाघमारा क्षेत्र में कई विकास कार्य किए हैं और उनके भाई शत्रुघ्न महतो ने भी उसी दिशा में काम किया है। ऐसे में, एक बार फिर बीजेपी उम्मीदवार को मौका देना उचित रहेगा।
वहीं, बाघमारा की मुरारी गाँव की निवासी आशा देवी ने कहा कि उनके गाँव में बिजली की लाइन और पानी की परेशानी बड़ी गंभीर है। घंटों लाइन कटी रहती है। पानी की परेशानी जस की तस बनी रहती है।उन्होंने बोला कि उनका वोट उस उम्मीदवार को जाएगा, जो इन बुनियादी समस्याओं का निवारण करेगा।उनका बोलना है कि अब तक इन समस्याओं का ठीक ढंग से निपटारा नहीं हो पाया है।
इसी गाँव के निवासी करबू महतो ने भी अपनी राय दी। उन्होंने बोला कि पिछले विधायक ने काम तो किए, लेकिन अधूरे रह गए। उन्होंने विकास कार्यों को पूरी तरह से नहीं किया, जिस कारण लोगों में असंतोष है। करबू महतो के अनुसार, इस बार जनता सोच-समझकर और इन अधूरे कार्यों को ध्यान में रखते हुए अपना वोट देगी।
चुनावी परिदृश्य और मुकाबला
अगर कुल मिलाकर देखा जाए, तो बाघमारा विधानसभा में बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच सीधा मुकाबला है। पिछली बार की तरह इस बार भी चुनाव रिज़ल्ट को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। ढुल्लू महतो ने 2019 में बहुत कम अंतर से जीत हासिल की थी और अब उनके भाई शत्रुघ्न महतो इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार के रूप में अपनी किस्मत आजमाने वाले हैं।
इस चुनाव में जनता की राय बटी हुई नजर आ रही है। कुछ लोग कांग्रेस पार्टी का समर्थन कर रहे हैं, तो कुछ बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं। हालाँकि, दोनों पार्टियों के समर्थक अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में हैं, लेकिन चुनाव रिज़ल्ट पर निर्भर करेगा कि जनता किस मामले को अहमियत देती है। बुनियादी सुविधाओं जैसे बिजली और पानी की परेशानी को सुलझाने वाले मामले इस चुनाव में जरूरी किरदार निभा सकते हैं।
बाघमारा विधानसभा सीट हमेशा से कड़ी भिड़न्त का गवाह रही है और इस बार भी मुकाबला दिलचस्प होने की आसार है। जनता का मूड और प्रमुख मुद्दों पर उनकी राय सुनकर साफ है कि 2024 के चुनाव रिज़ल्ट के बाद ही साफ हो पाएगा कि कौन सी पार्टी इस प्रतिष्ठित सीट पर कब्जा जमाएगी।