उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में जल्द ही एक अनोखी सुविधा प्रारम्भ की जाएगी। मंदिर में दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु को अब प्रसाद के लिए कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा, क्योंकि यहां प्रसाद वितरण के लिए एटीएम जैसी मशीनें लगाई जा रही है। जल्द ही दिवाली के बाद यह मशीन महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसाद के काउंटर में लग जाएंगे। मशीन वहीं लगाई जाएगी जहां से श्रद्धालुओं का आना होगा। फिर 100 ग्राम, 200 ग्राम और 1 किलो के लड्डू सेलेक्ट करना होगा। इसके बाद QR कोड आएगा। फिर जैसे ही पेमेंट श्रद्धालु करेंगे मशीन पैकेट को दे देगी।
दरअसल, महाकाल मंदिर राष्ट्र का पहला ऐसा मंदिर बनने जा रहा है, जहां प्रसाद का डिस्पेंस मशीनें स्थापित की जाएंगी। मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने कहा कि यह प्रयोगिक योजना दिवाली के बाद प्रारम्भ होगी। फिलहाल, दो मशीनें मंदिर परिसर में लगाई जाएंगी, जिनके जरिए भक्त निर्धारित राशि का भुगतान कर प्रसाद प्राप्त कर सकेंगे। यह मशीनें कोयम्बटूर में बनाई गई हैं। यदि ये सफल होती हैं तो भविष्य में बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जैसे स्थानों पर भी इन्हें लगाने की योजना है।
जानें कैसे मिलेगा प्रसाद
अभी तक महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं को 200 ग्राम, 500 ग्राम और 1 किलो के पैकेट के रूप में प्रसाद मंदिर के काउंटर से मिलता है। लेकिन मशीनों के आने के बाद इन काउंटरों पर तैनात कर्मचारियों को मंदिर की दूसरी व्यवस्थाओं में लगाया जा सकेगा। उज्जैन महाकाल मंदिर प्रशासन को इस नयी सुविधा से एक और लाभ होगा। अब महाकाल प्रसाद के नाम पर ठग फर्जी प्रसाद नहीं बैच पाएंगे। प्रसाद वितरण मशीनों के जरिए श्रद्धालु को सिर्फ़ मंदिर की मान्यता प्राप्त प्रसाद ही मिल पाएगा।
प्रसाद मशीन में श्रद्धालुओं को भुगतान के लिए क्यूआर कोड स्कैन करना होगा। फिर यह राशि सीधे मंदिर समिति के बैंक खाते में जमा हो जाएगी। इस प्रोसेस को लेकर संबंधित बैंकों से वार्ता चल रही है, ताकि यह सुविधा पूरी तरह सुरक्षित और कारगर हो सके।