पटना: बिहार के सुपौल में 16 वर्षीय नाबालिग को गाँव के ही इमाम ने 6 महीने की गर्भवती कर दिया. लड़की 3 वर्ष की उम्र से उसके पास दीनी तालीम (इस्लामी शिक्षा) लेने जाती थी, मगर आरोपी इमाम अब्दुल हाफिज बीते कई महीनों से उसका यौन उत्पीड़न कर रहा था. आरोपी ने नाबालिग लड़की से विवाह का वादा भी किया था, मगर पीड़िता के गर्भवती होने के बाद वो मुकर गया.
इतना ही नहीं, आरोपी इमाम ने पीड़िता को डराया था कि यदि उसने ये बात किसी को बताई, तो वो कुरान भूल जाएगी. अब आरोपी की सास साजदा खातून और साला मोहम्मद शाहिद पीड़िता और उसके परिवार को धमकी दे रहे हैं और मुद्दे को रफा दफा करने का दबाव बना रहे हैं. खबरों के अनुसार, सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज थाना क्षेत्र के इस मुद्दे में पीड़िता की माँ ने पुलिस स्टेशन में कम्पलेन दी.
शिकायत में कहा गया कि बच्ची 3 वर्ष की उम्र से ही आरोपित इमाम अब्दुल हाफीज के पास दीनी तालीम लेने जाती रही है और आरोपी भी घर पर आता-जाता रहा है. 19 अप्रैल 2024 को अब्दुल हाफिज ने पीड़िता को उसके ही घर में बहला-फुसला कर उसका यौन उत्पीड़न किया. आरोपी इमाम ने उसे परीक्षा पास कराने का भी प्रलोभन भी दिया. इसके बाद से वो आए दिन पीड़िता का शरीर नोचने लगा, जिसके चलते पीड़िता 6 माह की गर्भवती है.
इस पूरे मुद्दे का खुलासा तब हुआ, जब पीड़िता के गर्भवती होने की बात सामने आई. आरोपित इमाम पहले से विवाहित है और उसके दो बच्चे भी हैं. पीड़िता की माँ ने बोला कि अब्दुल हाफिज उनकी बेटी को विवाह करने का झांसा देता रहा, मगर गर्भवती करने के बाद उसने विवाह करने से मना कर दिया. पीड़िता के पिता ने कहा कि इमाम अब्दुल हाफिज ने बच्ची को धमकाया कि यदि किसी को भी इस बारे में बताया, तो वो कुरान भूल जाएगी. पिता ने संभावना जताई है कि आरोपित इमाम उसके परिवार के साथ कभी भी किसी अप्रिय घटना को अंजाम दे सकता है.
बच्ची की माँ का इल्जाम है कि इमाम का साला मोहम्मद शाहिद और सास साजदा खातून लुटेरे हैं. दोनों उन्हें धमका रहे हैं कि यदि इमाम पर पीड़िता से विवाह का दवाब बनाया तो इसका अंजाम भुगतना होगा. पीड़िता के माता-पिता ने मुद्दे में कठोर कार्रवाई की माँग की है. इस मुद्दे में FIR 431/24 दर्ज जाँच प्रारम्भ कर दी गई है.
त्रिवेणीगंज के थानाध्यक्ष रामसेवक रावत ने बोला कि पीड़िता की माँ की कम्पलेन के आधार पर FIR दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल जाँच करवाया और उसका बयान भी न्यायालय में दर्ज कराया है. घटना की सूचना मिलने के बाद इमाम अब्दुल हाफिज फरार हो गया और अब पुलिस उसकी खोजबीन में जुटी हुई है.