पटना के पालीगंज अनुमंडल के सिगोड़ी पंचायत की मुखिया सुबैदा खातून के पति सह शिक्षक शहजाद आलम को गोली मारने के मुद्दे में पटना पुलिस को जरूरी कामयाबी मिली है. पुलिस ने घटना के मुख्य आरोपी शूटर मो। फैजल उर्फ फैजल नियाजी को नोएडा से अरैस्ट किया है.
25 हजार पुरस्कार की घोषणा
शनिवार को एसडीपीओ कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीपीओ प्रीतम कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बीते 27 अगस्त को मुखिया पति को गर्दन में गोली मारने के बाद आरोपी फैजल फरार हो गया था. इसके ऊपर 25 हजार पुरस्कार की घोषणा की गई थी. इस मुद्दे में पूर्व में अरैस्ट अफरोज अलम ने इसके दिल्ली में छिपे होने की बात कही. इसके बाद उत्तर प्रदेश और पटना एसटीएफ ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर आरोपित को नोएडा से अरैस्ट किया है.
गोली मारने के इल्जाम को कबूल किया
पूछताछ के दौरान फैजल ने मुखिया पति को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली है. एसडीपीओ ने मुखियापति को गोली मारने के कारणों का खुलासा करते हुए बोला कि पूछताछ के क्रम में आरोपित ने पुलिस को कहा कि उसने अपने मामा मो। सवाब अनवर उर्फ सोनू के कहने पर इस घटना को अंजाम दिया था. मुखियापति ने उसके मामा को किसी मुद्दे में दो बार कारावास भेजवाया था. इसके अतिरिक्त उसकी बहन को आंगनबाड़ी में जॉब नहीं होने दिया था. इस बात से नाराज मामा ने भांजे से मुखियापति को गोली मरवा दी थी.
हथियार सप्लाई करने वाला कारावास में है
आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने शाहबाज आलम को गोली मारने के लिए हथियार नौबतपुर पुलिस स्टेशन के परसा गांव निवासी अमन राज से लिया था. पुलिस के अनुसार आरोपित को हथियार उपलब्ध कराने वाला अमन राज भी कारावास में है.
साथ ही जांच में पता चला कि अरैस्ट फैजल उर्फ फैजल नियाजी आपराधिक प्रवृत्ति का है. इसके विरुद्ध बिहटा और नौबतपुर थानों में पहले से ही पांच मुद्दे दर्ज हैं. फिलहाल इस घटना में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.