गाजियाबाद के निवासियों को इन दिनों गंदे पानी की गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी मुख्य वजह गंगा नदी की सफाई प्रक्रिया के दौरान पानी में गंदगी की मात्रा का बढ़ना है। इसका असर लोगों के वॉटर फिल्टर्स पर भी पड़ा है, जिससे कई फिल्टर्स में गंदगी जमने से उनकी काम करने की क्षमता प्रभावित हो रही है। इस वजह से कई निवासी अब पानी उबालकर पीने के लिए विवश हो गए हैं और इस परेशानी का शीघ्र से निवारण तलाश रहे हैं।
स्थानीय निवासियों की परेशानियां
गाजियाबाद के निवासी सुमित गुप्ता लोकल 18 को बताते हैं, हमारे वॉटर फिल्टर में बार-बार जाम लगने लगा है। हर कुछ दिनों में हमें सर्विस बुलानी पड़ती है, जिससे खर्च और समय की बर्बादी होती है।’ घरेलू स्त्री निशा वर्मा का बोलना है, ‘बच्चों और बुजुर्गों के लिए साफ पानी बहुत महत्वपूर्ण है। फिल्टर खराब हो जाने के कारण हमें पानी उबालना पड़ रहा है, ये प्रक्रिया लंबे समय तक नहीं की जा सकती।’
पानी को साफ रखने के उपाय
वॉटर फिल्टर को ठीक रखने और पानी को साफ करने के लिए कुछ सुझाव हैं जिनका ध्यान रखा जा सकता है।
सरकार से सहायता की मांग
यहां के निवासियों ने क्षेत्रीय प्रशासन से अपील की है कि गंगा सफाई अभियान के दौरान ऐसे तरीका किए जाएं, जिससे शहरी क्षेत्रों को जल संकट और गंदे पानी की समस्याओं से राहत मिल सके। कई निवासियों का सुझाव है कि पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए फिल्टर रखरखाव के लिए सब्सिडी या सरकारी सहायता प्रदान की जाए।
फिल्टर जानकार का सुझाव
फिल्टर टेक्नीशियन विकास सिंह ने कहा, ‘जिन क्षेत्रों में गंगा का पानी सप्लाई हो रहा है, वहां लोगों को अपने फिल्टर का नियमित मेंटेनेंस कराना चाहिए। साथ ही, प्रे-फिल्टर जोड़ने से फिल्टर की उम्र बढ़ाई जा सकती है।’ इस प्रकार, गाजियाबाद के लोग अपने वॉटर फिल्टर्स को बनाए रखने के कोशिश में विभिन्न तरीका अपना रहे हैं और प्रशासन से इस परेशानी के निवारण की अपेक्षा कर रहे हैं।