भाजपा झारखंड सरकार पर आदिवासियों को नजरअंदाज करने का लगा आरोप
Suman Singh October 28, 2024 06:28 PM

झारखंड में विधानसभा चुनाव के साथ ही उपचुनाव को लेकर इस दिनों राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी हुई है. बीजेपी झारखंड गवर्नमेंट पर आदिवासियों को नजरअंदाज करने का इल्जाम लगा रही है. वहीं, यहां के मंत्री ने बीजेपी पर 18 वर्ष तक कुछ भी काम नहीं करने का इल्जाम लगाया.

गौरतलब है, झारखंड में दो चरणों में विधानसभा चुनाव होना है. झारखंड में पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया खत्म हो चुकी है तो वहीं झारखंड में दूसरे चरण के लिए 29 अक्तूबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं.

भाजपा सांसद का झारखंड गवर्नमेंट पर हमला

 

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने कहा, ‘1951 में मुसलमानों की जनसंख्या नौ फीसदी थी, आज यह 24 फीसदी है. पूरे राष्ट्र में मुसलमानों की संख्या चार फीसदी बढ़ी है और हमारे संथाल परगना में 15 फीसदी की वृद्धि हुई है, ये 11 फीसदी बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं और झारखंड की गवर्नमेंट इसे स्वीकार कर रही है. वोट बैंक की राजनीति के कारण न तो कांग्रेस पार्टी और न ही झारखंड मुक्ति मोर्चा को आदिवासियों की चिंता है. जब तक एनआरसी लागू नहीं होता या जब तक बांग्लादेशी घुसपैठियों को वापस नहीं भेजा जाता, बीजेपी चैन से नहीं बैठेगी, यह चुनाव का मामला नहीं है, यह राष्ट्रीय मामला है.

 

‘मैंने अपना खून-पसीना जामताड़ा को दिया’

 

झारखंड के मंत्री और जामताड़ा से मौजूदा विधायक इरफान अंसारी ने कहा, ‘मैंने अपना खून-पसीना जामताड़ा को दिया है. यहां की जनता मुझे और मेरे परिवार को जानती है. मैंने न सिर्फ़ जामताड़ा बल्कि पूरे राज्य के लिए काम किया है. हमने जामताड़ा को विकास का केंद्र बनाया. बीजेपी 18 वर्ष तक राज्य में गवर्नमेंट में थी, लेकिन उन्होंने कभी दलितों और आदिवासियों के क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण नहीं किया. लेकिन आज सभी जनजातीय और पिछडे़ क्षेत्रों में सड़कें हैं. कोई भेदभाव नहीं किया गया है.

 

भाजपा पर अंसारी का पलटवार

 

भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान पर अंसारी ने कहा, ‘वह यहां जनसांख्यिकी में परिवर्तन की बात करते हैं. वह जो आंकड़े पेश कर रहे हैं, वह बिहार के भागलपुर का है, झारखंड का नहीं. यहां के लोग गरीब हो सकते हैं लेकिन उनके सम्मान से खिलवाड़ नहीं करते. हमें इस बारे में सोचना चाहिए कि ओबीसी, आदिवासियों को अधिक सम्मान कैसे दिया जाए. जामताड़ा के लोगों की इरफान अंसारी पर आस्था है. बीजेपी कहां है? यदि कोई मुझे कलंकित करता है तो क्या यहां कोई विश्वास करेगा?’

इरफान अंसारी ने निर्वाचन क्षेत्र से अपनी प्रतिद्वंद्वी सीता सोरेन के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘उसका नाम मत लो, लोग इसे (वीडियो) क्रॉप कर सकते हैं. मैंने अपने काम पर ध्यान केंद्रित किया है और मैं ऐसा करना जारी रखूंगा.

 

 

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