Bihar News: बिहार में ऋण की मार झेल रहे कई लोगों ने अबतक अपनी जीवन ही समाप्त कर ली। हाल में गोपालगंज के फुलवरिया थाना क्षेत्र में एक स्त्री ने ऋण से तंग आकर नहर में छलांग लगा दी थी। हालांकि उसे बचा लिया गया था। वहीं एक और ताजा मुद्दा सामने आया है जहां एक स्त्री ने कोसी नदी में छलांग लगा दी। हालांकि स्त्री को बचा लिया गया। मछुवारों ने समय रहते स्त्री की जान बचा ली। खुदकुशी की प्रयास करने वाली स्त्री ने कहा कि वो ऋण के बोझ में इस कदर दबी हुई है कि उसके सामने अब सिर्फ़ एक ही तरीका दिखा कि वो अपनी जीवन ही समाप्त कर ले। इसी मकसद से उसने नदी में छलांग लगा दी थी। घटना कटिहार जिले के कुरसेला क्षेत्र की है।
कटिहार में मंगलवार को एक महादलित स्त्री ने कोसी सड़क पुल से नदी में छलांग लगा दी। खुदकुशी की प्रयास कर रही स्त्री को जब मछुआरों ने देखा तो फौरन उसकी जान बचाने के लिए एक्टिव हो गए। घटना शाम की है जब स्त्री ने आत्महत्या के लिए नदी में छलांग दी। वहीं पुलिस को इसकी सूचना मिली तो तत्परता दिखाते हुए नदी के तट से स्त्री को बरामद किया और कुरसेला थाना लेकर आए। स्त्री पुनम देवी (45) भागलपुर जिला के नवगछिया थाना क्षेत्र के मुमताज नगर निवासी है जिसके पति बाबू लाल ऋषि का मृत्यु पहले हो चुका है।
पुनम देवी ने नदी में छलांग लगा कर खुदकुशी करने की वजह बतायी। बोला कि बंधन बैंक का ग्रुप लोन सहित अन्य ऋण उसके सिर पर है और वो उस ऋण को चुकता नहीं कर पा रही है। कहा कि ऋण की आधी राशि को वो लौटा चुकी है लेकिन अब बचे हुए पैसे को चुकाने में वो पूरी तरह असमर्थ हो चुकी है। बैंक के ऋण का ब्याज की राशि बढ़ कर 88 हजार से एक लाख के करीब हो गया। कर्जदार भी लगातार उसके ऊपर दबाव बना रहे हैं। जिससे वो थक हारकर अब जीवन ही समाप्त करने के लिए चली थी।
महिला ने कहा कि उसके पति की मृत्यु एक वर्ष पहले ही हो चुकी है।पति के देहांत बाद सात बच्चों के भरण पोषण की जिम्मेदारी उसके ऊपर आ गयी। किसी तरह पैसे जुटाकर उसने दो बेटियों की विवाह की। अब परिवार चलाने के साथ-साथ जिस तरह ऋण का बोझ उसके ऊपर आया है वो कठिन हो गया है। ऐसे में उसने कोसी पुल से छलांग लगा कर जीवन खत्म करने का फैसला लिया था। इधर,थाना पुलिस ने स्त्री को बरामद कर उनके निकट परिजनों को सुपुर्द कर दिया।