सोना या हीरा, किसे खरीदने में है ज्यादा फायदा?
तरुण अग्रवाल October 31, 2024 11:12 AM

दीपावली पर लोग न सिर्फ नया सामान खरीदते हैं, मिठाइयां बांटते हैं, बल्कि बहुत से लोग निवेश भी करते हैं. लोग सोना, चांदी, प्रॉपर्टी और शेयर बाजार में पैसा लगाते हैं. हालांकि, निवेश के लिए सबसे ज्यादा लोग सोना पसंद करते हैं. लेकिन, आजकल हीरे भी निवेश का एक अच्छा ऑप्शन बनता जा रहा है.

पहले सोना ही शान-ओ-शौकत की निशानी माना जाता था. लेकिन, अब हीरे भी इस रेस में शामिल हो गए हैं. दोनों मिलकर तो गहनों की खूबसूरती और भी बढ़ा देते हैं, लेकिन अगर निवेश की बात करें, तो दोनों में जमीन-आसमान का फर्क है.

सवाल यह है कि सोना और हीरे में से किसे खरीदने से ज्यादा फायदा होगा? इस स्पेशल स्टोरी में समझिए.

पहले जानिए कितना बड़ा है सोने-हीरे का भारतीय मार्केट
भारत में गहनों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है, खासकर हीरे के गहनों का. एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में गहनों का बाजार 79 बिलियन डॉलर का था, जो 2031 तक बढ़कर 120 बिलियन डॉलर होने का अनुमान है. 2031 तक हीरे के गहनों का बाजार 17 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है. वहीं सोने की खदानों से रिकॉर्ड उत्पादन होने की उम्मीद है. सोने के गहनों की मांग भी बढ़ेगी. यह जानकारी GJEPC के चेयरमैन विपुल शाह ने इसी साल InnovNXT Forty Under 40 नाम के एक कार्यक्रम में दी थी. यह कार्यक्रम GJEPC द्वारा आयोजित किया गया था, जिसमें गहनों के बाजार के भविष्य पर चर्चा की गई थी.

World Gold Council (WGC) की रिसर्च हेड कविता चाको ने InnovNXT Forty Under 40 कार्यक्रम में सोने की मांग को लेकर कुछ जरूरी जानकारी दी. उन्होंने कहा, 'आगे भी सोने के गहनों की मांग अच्छी रहेगी, लेकिन यह सोने की कीमतों पर निर्भर करेगा. सोने के सिक्कों और बिस्कुटों में भी लोग निवेश करते रहेंगे, खासकर अगर दाम ज्यादा रहे और दुनिया में अस्थिरता बनी रहे. दुनिया भर के केंद्रीय बैंक भी बड़ी मात्रा में सोना खरीदते रहेंगे.'

"2023 में सोने की मांग 4% बढ़कर 4930 टन हो गई, जो अब तक का सबसे ज्यादा है. पिछली साल भी सोने के गहनों की मांग में कोई कमी नहीं आई, भले ही दाम ज्यादा थे. केंद्रीय बैंकों ने भी बड़ी मात्रा में सोना खरीदा. दुनियाभर में अस्थिरता के कारण लोगों ने सोने में निवेश किया. गहनों और सिक्कों की मांग बनी रही."

सोना क्यों है इतना खास?
भारत में सोने का रिश्ता सदियों पुराना है. यह सिर्फ एक धातु नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति का भी हिस्सा है. भारत में लगभग हर घर में सोना होता है. यह पीढ़ी दर पीढ़ी चलता आ रहा है और परिवार की विरासत का हिस्सा बन जाता है. इसे पहनने से शान बढ़ती है और समाज में इज्जत मिलती है.

भारत में सोने का गहना शादी, त्योहारों और खास अवसरों का अभिन्न हिस्सा होता है. हर मां-बाप अपनी बेटियों के लिए शादी में सोने का गहना खरीदना एक परंपरा मानते हैं. भारत में लोग सोने को केवल गहनों के रूप में नहीं, बल्कि एक बचत और निवेश के रूप में भी देखते हैं.

दूसरे देशों में सोने का महत्व और भी अलग है. यहां सोने को अक्सर प्यार का प्रतीक माना जाता है. सोने के गहनों का उपहार देना एक आम परंपरा है. पश्चिमी देशों में सोना केवल गहनों तक सीमित नहीं है. समय के साथ सोने का रूप भी बदल रहा है. आजकल के लोग सोने के गहनों के साथ-साथ गोल्ड ETF में भी रुचि ले रहे हैं.


सोना या हीरा: कौन कितना बिकता है?
जब भी हम कोई निवेश करते हैं, तो यह सोचना जरूरी है कि जरूरत पड़ने पर उसे आसानी से बेचकर पैसा वापस मिल जाएगा या नहीं. सोने की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यह आसानी से बिक जाता है. पूरी दुनिया में सोने का बाजार है और इसकी खरीद-बिक्री रोजाना होती है. इसलिए, अगर आपको कभी पैसे की जरूरत पड़ी, तो आप अपना सोना बेचकर तुरंत पैसे पा सकते हैं.

हीरा बेचना इतना आसान नहीं होता. हीरे की कीमत स्थिर भी नहीं रहती. इसकी कीमत इसके 4C (कट, रंग, कैरेट, क्लैरिटी) पर निर्भर करती है. हीरे की तरलता सोने की तुलना में कम होती है और हीरा बेचना इतना आसान नहीं है. इसके लिए आपको ऐसा खरीदार ढूंढना पड़ेगा जो आपके हीरे के खासियत को समझे और उसकी सही कीमत दे.

सोना या हीरा: किसकी कीमत रहती है बरकरार?
सोना सदियों से मूल्यवान माना जाता रहा है. सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव तो आते रहते हैं, लेकिन लंबे समय में यह हमेशा मजबूत होता है. यानी, अगर आप 10-20 साल के लिए सोने में निवेश करते हैं, तो आपको अच्छा मुनाफा हो सकता है. सोना एक ऐसा निवेश है जो आपके पैसे को सुरक्षित रखता है और साथ ही साथ आपकी संपत्ति भी बढ़ाता है.

वहीं हीरे की कीमत भी बढ़ती है, लेकिन यह उतना निश्चित नहीं है. हीरे में जोखिम ज्यादा होता है क्योंकि इसकी कीमत बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित होती है. इसे किसी खास अवसर या उपहार के रूप में देखा जाता है. अगर आप खास गहनों में रुचि रखते हैं या किसी खास मौके पर निवेश करना चाहते हैं, तो हीरा एक आकर्षक विकल्प हो सकता है. लंबे समय में हीरे से उतना मुनाफ़ा नहीं होता जितना सोने से.

मुसीबत के समय कौन देगा साथ: सोना या हीरा?
जब देश-दुनिया में युद्ध या आर्थिक मंदी जैसे कुछ बुरे हालात होते हैं, तो लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए तरह-तरह के निवेश करते हैं. ऐसे समय में सोना हमेशा से एक भरोसेमंद साथी रहा है. सोना एक ऐसा निवेश है जो मुश्किल समय में भी आपका साथ नहीं छोड़ता. जब शेयर बाजार में गिरावट आती है या बैंकों की हालत खराब होती है, तो लोग सोने की तरफ भागते हैं. क्योंकि सोने की कीमत में बहुत ज्यादा गिरावट नहीं आती.

वहीं, हीरा इतना भरोसेमंद नहीं माना जाता है. जब बाजार में अनिश्चितता होती है, तो हीरे की कीमत में तेजी से गिरावट आ सकती है. इसके अलावा, हीरे के बाजार में नकली हीरे की समस्या भी है. जब आप सोना खरीदते हैं, तो आपको पता होता है कि आप क्या खरीद रहे हैं. लेकिन, हीरे के मामले में ऐसा नहीं है. हीरे की क्वालिटी का पता लगाना मुश्किल होता है और कई बार नकली हीरे भी बाजार में मिल जाते हैं.

सोना या हीरा: एक्सचेंज में कौन है ज्यादा आसान?
जब हम निवेश की बात करते हैं तो एक और जरूरी चीज होती है- 'फंजिबिलिटी'. मतलब, क्या आप अपनी चीज को उसी तरह की दूसरी चीज से आसानी से बदल सकते हैं? सोने में यह खूबी है. आप अपना सोना किसी भी दूसरे सोने से बदल सकते हैं, फिर चाहे वो गहने के रूप में हो या सिक्के के रूप में. इससे सोना बेचना और खरीदना आसान हो जाता है.

वहीं, हीरे के साथ ऐसा नहीं है. हर हीरा अपने आप में अनोखा होता है. उसका रंग, कट, क्लैरिटी और कैरेट अलग होता है. इसलिए, आप अपना हीरा किसी भी दूसरे हीरे से नहीं बदल सकते. आपको ऐसा हीरा ढूंढना होगा जो बिल्कुल आपके हीरे जैसा हो, तभी एक्सचेंज किया जा सकता है. इससे हीरे का एक्सचेंज मुश्किल हो जाता है.

सोना या हीरा: कौन है असली 'खानदानी'?
सोना और हीरा दोनों ही कीमती रत्न हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि सोना हमेशा से प्राकृतिक रूप से मिलता आया है. अब तक कोई भी इंसान इसे बनाने में कामयाब नहीं हो सका है. हर असली सोना जरूर किसी खदान से निकला हुआ होता है.

हीरे के साथ ऐसा नहीं है. आजकल हीरे को प्रयोगशाला में भी बनाया जा रहा है. यह हीरे प्राकृतिक हीरे से भी ज्यादा चमकदार और बेहतर होते हैं. इसके अलावा, नकली हीरे बनाना असली हीरे की खुदाई करने से कहीं ज्यादा सस्ता है. इसका मतलब है कि शुद्ध सोना हीरे से कहीं ज्यादा दुर्लभ है. क्योंकि हीरे तो अब बनाए भी जा सकते हैं, लेकिन सोना अभी भी सिर्फ प्राकृतिक रूप से ही मिलता है.


क्या हीरे को बेचने पर उसकी कीमत मिलेगी?
हीरे के गहने खरीदते समय हम अक्सर सोचते हैं कि अगर कभी जरूरत पड़ी, तो इन्हें बेचकर पूरे पैसे मिल जाएंगे?  लेकिन असल में हीरा बेचने पर आपको उसकी पूरी कीमत नहीं मिलती है. हीरा बेचने पर आपको उसकी असली कीमत का 90% भी मिलना मुश्किल है. ऐसा इसलिए है क्योंकि सोने की तरह हीरे को पिघलाकर नए गहने नहीं बनाए जा सकते. मतलब कि आपके हीरे की कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि कोई खरीदार उसे खरीदने को तैयार है या नहीं. जबकि सोना अपनी शुरुआती कीमत के आसपास बिक जाता है.

सोना या हीरा: आखिर किसमें लगाएं पैसा?
सोना और हीरा दोनों ही कीमती चीजें हैं और लोग अक्सर इन्हें निवेश के तौर पर खरीदते हैं. भले ही सोना एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश माना जाता है. मगर, सोने के सिक्कों और बिस्कुटों को सुरक्षित रखना एक चुनौती हो सकती है. वहीं, हीरे की कीमत समय के साथ उतनी तेजी से नहीं बढ़ती. 

कुल मिलाकर, सोना ही बेहतर विकल्प माना जात है. अगर आप जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो हीरा भी एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. लेकिन, फिर भी किसी भी तरह का निवेश करने से पहले किसी वित्तीय सलाहकार या कीमती धातुओं के विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. एबीपी न्यूज किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है.

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