हापुड़ में गढ़ गंगा मेले का दौरा करते हुए मंगलवार को मेरठ कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे और आईजी नचिकेत झा ने सुरक्षा प्रबंध को लेकर गाइड लाइन दिए. अफसरों ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा बंदोबस्त को बारीकी से परखा. अफसरों से वार्ता कर कार्तिक मेल
डीएम प्रेरणा शर्मा ने बिंदुवार विस्तार के साथ मेले में श्रद्धालु की सुविधा को जा रही तैयारी के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने बोला कि मेला स्थल पर मुख्य घाट के अतिरिक्त मेरठ, दिल्ली, हापुड़ और पशु मेले में जगह-जगह गंगा किनारे अस्थाई घाट तैयार कराए जा रहे हैं. जहां बैरिकेडिंग के अतिरिक्त डूबने से बचाने को पीएससी गोताखोरों की तैनाती और शरारती तत्वों पर नजर रखने को वाच टावरों पर हर समय पुलिसकर्मी तैनात रखे जाएंगे. उन्होंने कहा कि मेला स्थल पर लाखों श्रद्धालुओं के लिए पानी और पथ प्रकाश प्रबंध से लेकर जन सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.
आईजी ने जांची सुरक्षा व्यवस्था
आईजी जोन नचिकेता झा ने मेला स्थल पर श्रद्धालु की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. उन्होंने सभी 24 अस्थाई थानों में जल्द से जल्द पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाते हुए मेला क्षेत्र में बनाए गए वाच टावरों पर दूरबीन के माध्यम से पुलिस द्वारा नज़र कराई जाने का कार्य भी अविलंब चालू करने का निर्देश दिया. उन्होंने संदिग्ध एवं शरारतीतत्वों पर पहली नजर रखते हुए किसी भी प्रकार की अनर्गल अफवाह उड़ाकर माहौल बिगाड़ने का कोशिश करने वालों पर कार्रवाई के निर्देश दिए. मेला ड्यूटी में किसी भी प्रकार की ढिलाई सामने आने पर संबंधित पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी.
कमिश्नर ने ली जानकारी
राजकीय मेल घोषित होने के बाद 2018 से आयोजन का जिम्मा जिला प्रशासन के हाथों में चल रहा है. परंतु कार्यदाई संस्था के रूप में अभी जिला पंचायत विभाग ही जन सुविधा उपलब्ध कराता आ रहा है. अपर मुख्य अधिकारी आरती मिश्रा ने कमिश्नर की समीक्षा बैठक के दौरान मेला स्थल पर की जा रही तैयारी का लेखा-जोखा पेश किया.
पेयजल हेतु मेला स्तर पर लगाए जा रहे हैंड पंप, पथ प्रकाश, गंगा किनारे अस्थाई स्नान घाट, स्नान के बाद स्त्रियों को भीगे वस्त्र बदलने को चेंजिंग रूम, डूबने की रोकथाम के लिए नाव और गोताखोर, भीड़ में परिजनों से बिछड़ने वाले स्त्री बुजुर्ग और बच्चों को फिर से उन तक पहुंचने को 24 घंटे उद्घोषणा कराने आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.