Canada Temple Attack Row: रविवार (3 नवंबर) को कनाडा में खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों ने हिंदू सभा मंदिर पर हमला कर दिया. कनाडा के ब्रैम्पटन में खालिस्तान समर्थक उग्रवादियों ने हिंदू मंदिर में प्रवेश किया और वहां मौजूद लोगों पर लाठियां बरसाईं. इस हमले के बाद से भारतीय नेताओं में गुस्सा फैल गया है. सभी एकजुट होकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं और कनाडा सरकार से जल्द से जल्द कार्रवाई की अपील की है.
आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जनसेना पार्टी के नेता पवन कल्याण ने हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा और नफरत की आलोचना की. उन्होंने कहा, "हमारे हिंदू भाई-बहन पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांगलादेश और अब कनाडा जैसे देशों में लगातार उत्पीड़न का सामना कर रहे हैं और ये बेहद दुखद है कि वैश्विक स्तर पर इन घटनाओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा." पवन कल्याण ने ये भी कहा कि हिंदू समुदाय को वैश्विक स्तर पर समान समर्थन और एकजुटता नहीं मिल रही है, जबकि अन्य समुदायों के लिए इसे बार-बार दर्शाया जाता है.
केजरीवाल ने की सरकार से सख्त कदम उठाने की अपील
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में देश के साथ खड़े हैं. केजरीवाल ने ट्विटर पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि "यह घटना हमारे लिए अत्यंत दुखद है. भारत सरकार को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए. इस मुद्दे पर न केवल सभी राजनीतिक दल बल्कि देश के 140 करोड़ भारतीय को भी सरकार के साथ खड़े हैं."
'हर भारतीय को प्रधानमंत्री के साथ खड़ा होना चाहिए'
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि इस हमले की निंदा करते हुए हर भारतीय नागरिकों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़ा होना चाहिए. रिजिजू ने ट्वीट करते हुए कहा "यह समय है जब हम सभी को प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़ा होना चाहिए और इस घृणित हमले की निंदा करनी चाहिए. ये नेताओं का एक परीक्षण समय है और हम देख रहे हैं कि कुछ नेताओं को अभी भी जागने के लिए कहना पड़ रहा है."
पीएम मोदी का कड़ा बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकार के हमले भारत के संकल्प को कभी कमजोर नहीं कर सकते. उन्होंने कहा "मैं कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए जानबूझकर हमले की कड़ी निंदा करता हूं. साथ ही हमारे राजनयिकों को धमकाने की कोशिशें भी निंदनीय हैं. हम कनाडा सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह न्याय सुनिश्चित करेगी और कानून का पालन करेगी."