जांजगीर चांपा:- जांजगीर चांपा जिले के चिटफंड कंपनी के सैकड़ों निवेशक बीते दो माह से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इनकी पूछ परख करने वाला कोई नहीं हैं, अपनी मांगों को लेकर रोज सुबह 11 बजे निवेशक धरना स्थल हॉकी मैदान में डंटे रहते हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही हैं,संपूर्ण राष्ट्र में चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगे गए 42 करोड़ ठगी पीड़ित निवेशकों का अविनियमित 2019 यानी बड्स एक्ट के अनुसार भुगतान की मांग करने के लिए 1 सितंबर 2024 रविवार से ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार तपजप संगठन के बैनर तले नियमित रात दिन चल रहे राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन असहयोग आंदोलन में बैठे हैं।
पीड़ित चिटफंड के रघुवर कर्स ने कहा की जिले के चिटफंड कंपनी के सैकड़ों निवेशक बीते 65 दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं, पूरे हिंदुस्तान में चिटफंड कंपनियों द्वारा ठगे गए 42 करोड़ ठगी पीड़ित निवेशकों का अविनियमित 2019 यानी बड्स एक्ट के अनुसार भुगतान की मांग कर रहे है, जिसके लिए 1 सितंबर 2024 रविवार से ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार तपजप संगठन के बैनर तले नियमित रात दिन चल रहे राष्ट्रव्यापी अनिश्चितकालीन असहयोग आंदोलन में बैठे हैं।सभी तपजप धारियों निवेशकों अपने साथ आ रहे अन्य राष्ट्रभक्त संगठनों अन्य देशप्रेमी साथियों को 3 नवंबर 2024 को 64 वे दिन तक निर्भीक मन से धरना प्रदर्शन का आयोजन कर रहे हैं। और कहा की 15 नवंबर से चंबल की घाटी से सभी अपने अपने स्थान के नदी से जल लेकर पैदल निकलेंगे और दिल्ली संसद का घेराव करेंगे।
निवेशकों ने दी खुदकुशी की चुनौती
संतोष कुमार साहू ने कहा की इसके पहले भी 28 दिसंबर को संपूर्ण राष्ट्र में विधायक आवास घेराव की, गांधी जयंती 2 अक्टूबर को सम्पूर्ण राष्ट्र में सांसद आवास कार्यालय घेराव भी किया , 22 अक्टूबर को सम्पूर्ण राष्ट्र में प्रशासन की मौजूदगी में विरोध प्रदर्शन भी किया गया, और बोला कि तपजप के राष्ट्रीय संयोजक मदनलाल आजाद और केंद्रीय कोर कमेटी दिल्ली की ओर से सभी आंदोलन कार्यकर्ताओं का आत्मशक्ति बढ़ाया हैं,अब निवेशकों का बोलना हैं कि यदि बड्स एक्ट कानून लागू नहीं किया गया तो हमें खुदकुशी करने पर विवश होना पड़ेगा।