नसों का काम शरीर के सभी हिस्सों में खून और जरूरी पोषक तत्वों को पहुंचाना होता है। लेकिन खराब खानपान, पोषक तत्वों की कमी, व्यायाम की कमी, और धूम्रपान से नसों में ब्लॉकेज की समस्या हो सकती है। इस कारण मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन, सुन्नपन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके चलते, गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। नसों में ब्लॉकेज दूर करने के लिए योग एक अच्छा विकल्प है। यहां हम आपको ऐसे 4 योगासनों के बारे में बताएंगे, जो ब्लॉक नसों को खोलने में सहायक हो सकते हैं और रक्त संचार को बढ़ाते हैं।
अधोमुख श्वानासन (Downward Facing Dog Pose)
इस आसन को करने के लिए:
- योगा मैट पर सीधे खड़े हों।
- दोनों हाथों को आगे की तरफ बढ़ाते हुए, झुककर जमीन पर टिकाएं और हथेलियां सीधी रखें।
- घुटनों को सीधा रखें और कूल्हों को जितना हो सके, ऊपर उठाएं।
- कुछ सेकंड तक इस मुद्रा में रहें और फिर सामान्य स्थिति में लौटें।
- इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
भुजंगासन (Cobra Pose)
इस आसन को करने के लिए:
- योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं।
- कोहनियों को कमर के पास रखते हुए, हथेलियां जमीन पर रखें।
- सांस लेते हुए धीरे-धीरे छाती और पेट को ऊपर उठाएं।
- इस स्थिति में 30 सेकंड तक रुकें और फिर सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे नीचे आएं।
- इसे 3-5 बार दोहराएं।
वीरभद्रासन (Warrior Pose)
इस आसन को करने के लिए:
- सीधे खड़े हों और पैरों में 2-3 फीट की दूरी रखें।
- एक पैर को आगे की ओर और दूसरे को पीछे की ओर स्ट्रेच करें।
- दोनों हाथों को 180 डिग्री पर फैलाएं और इस स्थिति में 30-60 सेकंड तक रुकें।
- फिर सामान्य मुद्रा में लौट आएं।
- इसे 3-5 बार करें।
शीर्षासन (Headstand)
इस आसन को करने के लिए:
- हथेलियों और सिर को जमीन पर टिकाएं और दीवार का सहारा लेकर उल्टा खड़े हों।
- ध्यान रखें कि आपकी कमर, गर्दन और कंधे सीधे हों।
- इस मुद्रा में 1-2 मिनट तक रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौटें।
- इस प्रक्रिया को 3-5 बार दोहराएं।
निष्कर्ष
ये योगासन नसों में ब्लॉकेज को कम करने और रक्त संचार को बेहतर बनाने में सहायक हो सकते हैं। ध्यान रखें कि किसी भी नई व्यायाम तकनीक को अपनाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें।