उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क गांव के प्रत्येक घर से कूड़ा उठाने के लिए कचरा वाहन खरीदने और खराब इंडिया मार्का टू हैंडपंप रीबेार कराने के नाम पर सेक्रेटरी ने सरकारी धनराशि अपने करीब के खाते में ट्रांसफर कर हड़प ली. पांच महीने बाद भी कचरा वाहन नहीं खरीदने पर ग्राम प्रधान ने मामले की शिकायत डीएम से करते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है.
विकास खंड संडवा चन्द्रिका की ग्राम पंचायत महमदापुर के ग्राम प्रधान पवन कुमार ने सेक्रेटरी संजय यादव पर ग्राम पंचायत खाते की सरकारी धनराशि हजम करने का आरोप लगाते हुए डीएम से एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है. ग्राम प्रधान के मुताबिक गांव में तैनात सेक्रेटरी संजय यादव ने झांसा देकर कचरा वाहन खरीदने के नाम पर 27 जून को शहर के विकास भवन के बगल रहने वाले अपने करीबी शिवकुमार ओझा के खाते में एक लाख 59 हजार 500 रुपये ट्रांसफर कर दिया. जबकि पांच महीने बीतने के बाद भी सेक्रेटरी ने कचरा वाहन नहीं खरीदा. इसी तरह सेक्रेटरी ने बिना हैंडपंप रीबेार कराए अपने करीबी के खाते में 88 हजार 500 रुपये ट्रांसफर कर हजम कर लिया. कई बार कहने के बाद भी सेक्रेटरी न हैंडपंप रीबेार कराने को तैयार हैं और न कचरा वाहन खरीदने के लिए.
ग्राम प्रधान का कहना है कि सेक्रेटरी ने ग्राम पंचायत खाते की सरकारी धनराशि हड़प ली है. ग्राम प्रधान की ओर से डीएम को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि सेक्रेटरी से सरकारी धनराशि ग्राम पंचायत के खाते में जमा कराने के साथ उनके और करीबियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए. फिलहाल डीएम ने प्रकरण की जांच शुरू करा दी है.
गोलमाल के आरोपी बीडीओ को सौंप दी जांच
पिता के नाम की फर्म बनाकर अलग-अलग आठ ग्राम पंचायतों से सवा करोड़ रुपये ट्रांसफर करने वाले सेक्रेटरी की जांच डीडीओ ने गोलमाल के आरोपी बीडीओ को सौंप दी. इसे लेकर पूरे विकास खंड में चर्चा है कि गोलमाल के आरोपी बीडीओ गोलमाल के आरोपी सेक्रेटरी की जांच कैसे करेंगे.
आसपुर देवसरा विकास खंड में तैनात सेक्रेटरी रितेश यादव के पास आठ ग्राम पंचायत का कार्यभार है. सेक्रेटरी ने अपने पिता भोलानाथ यादव के नाम पर एक फर्म बनाई और अलग-अलग मद से सवा करोड़ रुपये फर्म के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया. मामले की जानकारी होने पर सामाजिक कार्यकर्ता शिव प्रकाश सिंह ने शिकायत डीएम से कर दी. डीएम की सख्ती के बाद डीडीओ ने सेक्रेटरी रितेश यादव को सस्पेंड कर सदर ब्लॉक से सम्बद्ध कर दिया. साथ ही मामले की विस्तृत जांच करने की जिम्मेदारी बीडीओ पट्टी रामप्रसाद को सौंपकर 15 दिन में रिपोर्ट मांगी है. जबकि बीडीओ पट्टी पर भौसरनपुर गांव के अधूरे पंचायत की धनराशि के गोलमाल में शामिल होने का आरोप है. जिसकी जांच शासन स्तर से कराई जा रही है. मामले में संयुक्त सचिव मुख्यमंत्री कार्यालय अजय कुमार ओझा ने डीएम से रिपोर्ट मांगी है. ऐसे में लोगों में इस बात की चर्चा है कि जो खुद सरकारी धनराशि के गोलमाल का आरोपी है, वह दूसरे गोलमाल के आरोपी की निष्पक्ष जांच कैसे कर सकता है.
प्रतापगढ़ न्यूज़ डेस्क